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35 की उम्र में इस ऑलराउंडर ने लिया संन्यास, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कीवियों को दिलाई थी ऐतिहासिक जीत

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यूजीलैंड की आखिरी टेस्ट जीत साल 2011 में होबार्ट के मैदान पर आई थी. उस जीत के हीरो डग ब्रेसवेल रहे थे. ब्रेसवेल ने अब क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को बाय-बाय कह दिया है.

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डग ब्रेसवेल ने क्रिकेट से संन्यास लिया. (Photo: Getty Images)
डग ब्रेसवेल ने क्रिकेट से संन्यास लिया. (Photo: Getty Images)

न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर डग ब्रेसवेल ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है. 35 साल के ब्रेसवेल अपने करियर में इंजरी से जूझते रहे. पसली की चोट (rib injury) के कारण वह घरेलू क्रिकेट में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट्स के लिए मौजूदा सीजन में एक भी मुकाबला नहीं खेल पाए. अब उन्होंने संन्यास लेने का फैसला लिया.

डग ब्रेसवेल ने अपने करियर में न्यूजीलैंड लिए 28 टेस्ट, 21 ओडीआई और 20 टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेले. ब्रेसवेल ने टेस्ट क्रिकेट में 38.82 की औसत से कुल 74 विकेट अपने नाम किए, जबकि 13.85 के एवरेज से 568 रन भी बनाए. उनका सबसे यादगार प्रदर्शन दिसंबर 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होबार्ट टेस्ट में देखने को मिला, जहां उन्होंने मैच में 9 विकेट झटके. इसके दम पर न्यूजीलैंड ने ऑस्ट्रेलिया को 7 रनों से हराकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी. यह ऑस्ट्रेलिया की धरती पर न्यूजीलैंड की आखिरी टेस्ट जीत भी थी.

दाएं हाथ के मीडियम पेसर और दाएं हाथ के बैटर डग ब्रेसवेल ने वनडे इंटरनेशनल में 32.50 की औसत से 26 विकेट झटके, साथ ही 18.41 के एवरेज से 221 रन बनाए. टी20 इंटरनेशनल में ब्रेसवेल के नाम पर 20 विकेट (23.50 औसत) और 226 रन (21.00 औसत) दर्ज हैं. वह आईसीसी मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2012 में भी न्यूजीलैंड की टीम का हिस्सा रहे.

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IPL में इस टीम के लिए खेला मैच
डग ब्रेसवेल ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला 2023 में श्रीलंका के खिलाफ वेलिंगटन में खेला, जो एक टेस्ट मैच था. ब्रेसवेल ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स (DC) के लिए एक मुकाबले में हिस्सा लिया, जिसमें उन्होंने 3 विकेट हासिल किए और 12* रन भी बनाए. वो मुकाबला उन्होंने 2012 के आईपीएल में खेला था.

संन्यास की घोषणा करते हुए माइकल ब्रेसवेल ने कहा, 'क्रिकेट मेरे जीवन का अहम हिस्सा रहा है. बचपन से ही मेरा सपना देश के लिए खेलना था. मुझे जो मौके मिले, उनके लिए मैं हमेशा आभारी रहूंगा.' उन्होंने कहा कि फर्स्ट क्लास और इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना सौभाग्य की बात है और वो इतने लंबे समय तक खेल का आनंद लेने के लिए खुद को खुशकिस्मत मानते हैं.

डग ब्रेसवेल क्रिकेटिंग फैमिली से आते हैं. उनके पिता ब्रैंडन ब्रेसवेल और चाचा जॉन ब्रेसवेल दोनों न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं, जबकि चचेरे भाई माइकल ब्रेसवेल अब भी कीवी टीम का हिस्सा हैं. भारत के खिलाफ आगामी वनडे सीरीज में माइकल ब्रेसवेल ही न्यूजीलैंड की कप्तानी करेंगे.

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