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IND vs AUS Nagpur Test: ऑस्ट्रेलिया संभाल पाएगा भारत का 'स्पिन ब्रह्मास्त्र'? इस अटैक के आगे टिकना मुश्किल

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट सीरीज का इंतजार खत्म होने वाला है. सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर में गुरुवार से खेला जाएगा. जहां एक ओर कंगारुओं के सामने भारतीय स्पिन से निपटने की चुनौती है, वहीं प्रतिद्वंद्वी कप्तान रोहित शर्मा अपने करियर के सबसे बड़े टेस्ट से गुजरेंगे.

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Rohit Sharma of India and Pat Cummins of Australia. (Getty)
Rohit Sharma of India and Pat Cummins of Australia. (Getty)

भारतीय टीम नागपुर में गुरुवार से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेलेगी. कंगारू टीम यहां बदला चुकता करने के इरादे से आई है. पैट कमिंस की अगुआई वाली टीम के सामने 10 साल बाद भारत में टेस्ट सीरीज जीतने की चुनौती है, जहां उसका सामना भारतीय फिरकी के 'ब्रह्मास्त्र' से होगा. दूसरी तरफ, सीमित ओवरों में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा चुके रोहित शर्मा टेस्ट कप्तान के रूप में अपने करियर के सबसे बड़े 'टेस्ट' से गुजरेंगे. यह टेस्ट मैच सुबह 9.30 बजे से खेला जाएगा. 

क्यों है बड़ी... भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज

इस बहुप्रतीक्षित सीरीज में कई करियर बनेंगे... तो कई सितारे जमींदोज भी होंगे. इसमें नाकाम रहने पर कई खिलाड़ियों के करियर पर विराम भी लग सकता है. क्रिकेट के मैदान की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विताओं में शुमार इस सीरीज पर क्रिकेटप्रेमियों, आलोचकों और मीडिया की पैनी नजरें रहेंगी.

अपनी सरजमीं पर पिछली दोनों बार (2018-19 और 2020-21) में सीरीज गंवाने का दर्द कमिंस और उनकी टीम को है. इस बार टीम बदला लेने के इरादे से ही आई है. वैसे यह उनके लिए इतना आसान भी नहीं होगा क्योंकि पिच पहले ही दिन से टर्न ले सकती है.

कई सवालों का पीछा कर रहे क्रिकेट फैंस

क्या रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कमिंस को पुल शॉट खेलने की अपनी ललक पर काबू रख सकेंगे..? एश्टन एगर या नाथन लियोन के सामने विराट कोहली कैसे शॉट खेलेंगे..? क्या सूर्यकुमार यादव को कोच राहुल द्रविड़ जोरदार फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल पर तरजीह देंगे..? अक्षर पटेल ज्यादा उपयोगी साबित होंगे या कुलदीप यादव..? इन सभी सवालों के जवाब इस सीरीज में मिलेंगे.

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2001 के बाद से हुई सीरीज में एशेज की तुलना में बेहतर क्रिकेट देखने को मिला है. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की इस जमात को मैथ्यू हेडन, जस्टिन लैंगर, ग्लेन मैक्ग्रा या एडम गिलक्रिस्ट जैसे 2004 की टीम के खिलाड़ियों की बराबरी करनी है तो यह सीरीज जीतनी होगी.स्टीव स्मिथ ने खुद कहा है कि भारत में सीरीज जीतना एशेज से भी बड़ा है.

भारत को WTC फाइनल में जगह बनानी है

रोहित चोट या बीमारी के कारण बड़ी टीमों के खिलाफ सभी टेस्ट चूकते आए हैं. चाहे 2022 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज हो या इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट. अब उनके सामने चुनौती विराट कोहली की तरह भारत को एक बार फिर विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) फाइनल में ले जाने की है. इसके लिए भारत को जीत में दो मैचों का अंतर रखना होगा. रोहित के ब्रह्मास्त्र उनकी स्पिन चौकड़ी है, जिनमें से तीन का खेलना तय है. इसी तरह उनके बल्लेबाजों को भी लियोन को संभलकर खेलना होगा.

खुद कप्तान रोहित के लिए 'करो या मरो' 

कोई नहीं जानता कि बीसीसीआई ने पिछले साल टी20 विश्व कप में भारत की नाकामी के बाद रोहित को टी20 कप्तानी से हटाया तो उन्हें कैसा लगा होगा. वह सार्वजनिक तौर पर कुछ नहीं कहते, लेकिन दुखी जरूर होंगे. अब उनके पास खुद को महान कप्तानों की सूची में शामिल कराने के लिए यह सीरीज एक जरिया है.

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उन्हें ऋषभ पंत की कमी जरूर खलेगी और देखना होगा कि वह इसकी भरपाई कैसे करते हैं. केएस भरत बतौर विकेटकीपर प्रभावी हैं, लेकिन रणजी स्तर पर तिहरे शतक के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के सामने उनकी क्षमता को लेकर कुछ कह पाना मुश्किल है. कोटला पर रणजी मैच में दिल्ली के गेंदबाजों ने उन्हें काफी परेशान किया. ईशान किशन बेहतर बल्लेबाज जरूर हैं, लेकिन विकेटकीपिंग को लेकर टीम प्रबंधन कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा क्योंकि उन्होंने टेस्ट में यह जिम्मा संभाला भी नहीं है.

बच गए KL राहुल... पर बल्ला भी चलाना होगा  

केएल राहुल को बाहर किए जाने की खबरें तैर रही थीं, लेकिन टेस्ट से दो दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हें भेजने का मतलब है कि खराब प्रदर्शन के बावजूद उनकी जगह सुरक्षित है. इसके मायने हैं कि गिल या सूर्यकुमार जैसे मैच विनर में से एक को बाहर बैठना होगा. यानी अब राहुल को अपना बल्ला चलाना होगा. उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की अपनी पिछली पारियों की नाकामियों से उबरना ही होगा.     

अनुभवी अश्विन संभाल सकते हैं नई गेंद

रोहित के लिए सबसे बड़ा फैसला अक्षर या कुलदीप में से एक को चुनना होगा और अक्षर की संभावना अधिक लग रही है. भारत अगर चार स्पिनरों को लेकर उतरता है तो रविचंद्रन अश्विन को नई गेंद सौंपी जा सकती है. वैसे सूखी लग रही पिच पर तेज गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग भी मिल सकती है तो ऐसे में मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज उपयोगी साबित होंगे.

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दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया निचले क्रम पर बल्लेबाजी के बेहतर रिकॉर्ड के कारण लियोन के जोड़ीदार के तौर पर एगर को उतार सकता है. कमिंस के साथ स्कॉट बोलैंड नई गेंद संभालेंगे.

ऑस्ट्रेलिया के पास चार खब्बू बल्लेबाज हैं, जिनमें डेविड वॉर्नर, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड और एलेक्स कारी का खेलना तय है. कैमरन ग्रीन की गैर मौजूदगी में अतिरिक्त बल्लेबाज पीटर हैंडस्कांब या मैट रेनशॉ में से होगा.

दोनों टीमें -

भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा, केएस भरत, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, सूर्यकुमार यादव, उमेश यादव, जयदेव उनादकट, ईशान किशन.

ऑस्ट्रेलिया: पैट कमिंस (कप्तान), डेविड वॉर्नर, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, स्टीव स्मिथ, ट्रेविस हेड, एलेक्स कारी, मैट रेनशॉ, पीटर हैंडस्कांब, नाथन लियोन, एश्टन एगर, स्कॉट बोलैंड, लांस मॉरिस, मिशेल स्वेपसन, टॉड मरफी, जोश हेजलवुड (उपलब्ध नहीं), कैमरन ग्रीन (उपलब्ध नहीं), मिशेल स्टार्क (दूसरे टेस्ट से).

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