मेष- page of pentacles
शिक्षा तथा प्रतियोगिता में सफलता की प्राप्ति. धन का आगमन. आत्मबल में वृद्धि.
उपाय- पीले पुष्प तथा मीठे जल से पूजन अभिषेक करें. रावण रचित शिव तांडव का पाठ करें.
वृषभ- The emperor
किसी बड़े कार्य के संपन्न होने की उम्मीद. अच्छे भोजन का रसास्वादन. धन प्राप्ति.
उपाय- श्वेत पुष्प तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें. महामृत्युंजय का मंत्र जपें.
मिथुन- Star
कार्यों की अधिकता. धन का व्यय.संतान पक्ष से सुखद समाचार की प्राप्ति.
उपाय- अर्क, धतूरा तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें. शिव चालीसा पढ़ें.
कर्क- Queen of cups
धार्मिक कार्यों में रुचि. धन का आगमन. मित्रों की सहायता से कोई बड़ा कार्य बनेगा.
उपाय- श्वेत कमल, पुष्प तथा दुग्ध से पूजन-अभिषेक करें. शिवाष्टक पढ़ें.
सिंह- ACE of cups
सरकारी कार्य बनेगा. धन का व्यय. उदर विकार से कष्ट.संतान की सफलता से मन हर्षित
उपाय- रक्त पुष्प तथा पंचामृत से पूजन-अभिषेक करें. शिव महिम्न स्त्रोत पढ़ें.
कन्या- The moon
नवीन अवसरों की प्राप्ति. कोई बिगड़ा कार्य बनेगा.संतान को सफलता. शिक्षा में प्रगति
उपाय- हरित पुष्प, भांग तथा सुगंधित तेल से पूजन-अभिषेक करें. शिव पुराण में वर्णित कथा का वाचन करें.
तुला- The strength
वित्तीय लाभ. किसी नई योजना की रूप रेखा बनाएंगे.
उपाय- श्वेत पुष्प तथा दुग्ध धारा से पूजन अभिषेक करें. महाकाल सहस्त्रनाम पढ़ें.
वृश्चिक- five of swords
संतान की प्रगति से मन प्रसन्न रहेगा. धन की प्राप्ति. किसी समरोह में सम्मान की प्राप्ति
उपाय- रक्त पुष्प तथा सरसों तेल से पूजनअभिषेक करें. शिव जी के 108 नामों का स्मरण करें.
धनु- nine of wands
स्वास्थ्य सुख में कमी. धन आएगा लेकिन उसी अनुपात में व्यय भी होगा. शिक्षा में प्रगति.
उपाय- पीले पुष्प तथा सरसों तेल से पूजन अभिषेक करें. 12 ज्योतिर्लिंगों का स्मरण करें.
मकर- eight of cups
स्वास्थ्य सुख में कमी. धन का आगमन.किसी पुराने मित्र से मुलाकात. संतान को सफलता
उपाय- नीले-काले पुष्प तथा गंगाजल से पूजन अभिषेक करें. शिव पंचाक्षर मंत्र का जप करें.
कुंभ- king of swords
यात्रा की संभावना. धन का व्यय.मानसिक चिंता. शिक्षा में प्रगति.
उपाय- जामुनिया-नीले पुष्प तथा जल से पूजन अभिषेक करें. शिव षडाक्षर मंत्र का 11 बार स्मरण करें. शिव षडाक्षरी मंत्र- ॐ नम: शिवाय.
मीन- The empress
कार्य में प्रगति. धन का आगमन.शिक्षा में उन्नति. कार्यों की अधिकता रहेगी.
उपाय- रक्तपुष्प से पूजन करें तथा अभिषेक शहद से करें. 'ॐ नम: शिवाय' का जप करें.