Total Solar Eclipse 2024 today on 8 april: 8 अप्रैल यानी आज साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण लग रहा है जिसमें पृथ्वी के कई हिस्सों में कुछ समय के लिए दिन में ही पूरा अंधेरा छा जाएगा. हालांकि, ये सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा. उत्तरी अमेरिका में रहने वाले लोग इस दुर्लभ खगोलीय घटना का आनंद उठा सकेंगे. बीते सात सालों में यह पहला सूर्य ग्रहण है जो अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको और उत्तरी अमेरिका के अन्य हिस्सों में दिखेगा. ग्रहण के दौरान ऐसा भी होगा जहां कुछ समय के कुछ हिस्सों में 'रात' हो जाएगी.
इतने समय के लिए इन हिस्सों में हो जाएगी 'रात'
सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार, 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा जो 2 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. ग्रहण की कुल अवधि 5 घंटे 10 मिनट की होगी.
सूर्य ग्रहण के दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्से पूर्ण सूर्य ग्रहण की जद में रहेंगे. पूर्ण सूर्य ग्रहण 4 मिनट 28 सेकंड का होगा. नासा ने बताया है कि किन इलाकों में इतने समय के लिए पूरा अंधेरा छा जाएगा यानी यहां पूर्ण सूर्य ग्रहण लगेगा-
अमेरिकी राज्य टेक्सास का Dallas शहर- यहां आंशिक सूर्य ग्रहण वहां के समयानुसार, दोपहर 12:23 बजे लगेगा और दोपहर 1 बजकर 40 मिनट पर पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा.
अमेरिकी राज्य अर्कांसस का लिटिल रॉक शहर- यहां आंशिक सूर्य ग्रहण स्थानीय समयानुसार, दोपहर 12:23 में शुरू होगा और दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा.
अमेरिकी राज्य ओहायो के शहर क्लीवलैंड- यहां आंशिक सूर्य ग्रहण स्थानीय समयानुसार, दोपहर 1 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और शाम 3 बजकर 13 मिनट पर पूर्ण सूर्य ग्रहण का नजारा दिखेगा.
Buffalo, न्यूयॉर्क शहर- यहां आंशिक सूर्य ग्रहण स्थानीय समयानुसार दोपहर 2:04 पर लगेगा और शाम 3 बजकर 18 मिनट पर पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखेगा.
Lancaster, न्यू हैम्पशायर- यहां आंशिक सूर्य ग्रहण स्थानीय समयानुसार, दोपहर 2:16 बजे लगेगा और शाम 3 बजकर 27 मिनट पर लोग पूर्ण सूर्य ग्रहण देख सकेंगे.
कब लगता है सूर्य ग्रहण?
सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी पूर्णतः या आंशिक रूप से एक सीध में आ जाते हैं. इस दौरान चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है जिसके बाद सूर्य का प्रकाश सीधे पृथ्वी पर पड़ने के बजाए चंद्रमा पर पड़ता है. इस दौरान पृथ्वी पर चंद्रमा की काली छाया दिखती है और पृथ्वी पर अंधेरा छा जाता है जिसे सूर्य ग्रहण कहा जाता है.
क्या होता है पूर्ण सूर्य ग्रहण और आंशिक सूर्य ग्रहण?
पूर्ण सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य, पृथ्वी की सीध में आकर सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है. इसके बाद जहां-जहां चंद्रमा की काली छाया पड़ती है, वहां लोगों को पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है.
वहीं, आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में तो होते हैं लेकिन पूरी तरह नहीं जिससे चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता और उसकी आंशिक छाया पृथ्वी पर पड़ती है जिससे लोगों को आंशिक सूर्य ग्रहण दिखता है.
सूर्य ग्रहण देखने में बरती जाने वाली सावधानी
सूर्य ग्रहण जैसी खगोलीय घटना शुरुआत से ही इंसानों को हैरत में डालती आई है. आज भी लोग इस तरह की घटनाओं को देखने के लिए उत्साहित रहते हैं. लेकिन इस तरह की घटना को नंगी आंखों से देखना खतरनाक हो सकता है. सूर्य ग्रहण को देखने के लिए खास तरह के ग्लास या चश्मे का इस्तेमाल करें जिससे सूरज की हानिकारक किरणें आपकी आंख तक पहुंचकर रेटिना को क्षतिग्रस्त नहीं करेंगी.
सूर्य ग्रहण को स्मार्टफोन, कैमरे में कैद करने वालों नासा की चेतावनी
बहुत से लोग सूर्य ग्रहण की अनूठी घटना को अपने स्मार्टफोन्स और कैमरों में कैद करना चाहते हैं. ऐसे लोगों के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चेतावनी जारी की है.
नासा का कहना है कि अगर आप सूर्य ग्रहण की तस्वीरें फोन या कैमरे से लेते हैं तो उनके इमेज सेंसर को नुकसान पहुंच सकता है. नासा का कहना है कि जो लोग इस घटना को शूट करना चाहते हैं, वो फिल्टर्स के साथ अपने स्मार्टफोन्स और कैमरों का इस्तेमाल करें. इसके लिए आप फोन के लेंस के ऊपर ग्रहण के लिए खासतौर पर बनाए गए ग्लास का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि सेंसर को नुकसान न पहुंचे.