राजस्थान के उदयपुर जिले में शनिवार सुबह से शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. गोगुंदा और मदार क्षेत्र में सुबह 8 बजे से तीन घंटे में ही चार-चार इंच बारिश दर्ज की गई. जिसके चलते मदार के दोनों तालाब ओवरफ्लो हो गए और आसपास के गांवों का शहर से सीधा संपर्क कट गया.
बेदला और आयड़ नदी में तेज उफान से हालात बिगड़ गए. आयड़ नदी में हिरणमगरी से आकाशवाणी कॉलोनी के पास एक युवक बह गया. हालांकि SDRF और आर्मी की टीम ने करीब 8 घंटे की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाल लिया. युवक अपने साथियों के साथ नदी के बीच में मछलियां पकड़ने गया था, तभी बहाव ज्यादा बढ़ गया और वहीं फंस गया.
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युवक को निकालने के लिए 7 घंटे से ज्यादा वक्त तक कलेक्टर नमित मेहता, एसपी योगेश गोयल और विधायक फूलसिंह मीणा मौके पर डटे रहे. कड़ी मशक्कत के बाद युवक बाहर निकाला गया. जिसके बाद उसे एमबी अस्पताल ले जाया गया.
एक-एक मंजिल तक डूबे मकान
लगातार बारिश और आयड़ में ओवरफ्लो आवक से शहर के आलू फैक्ट्री क्षेत्र के पास करजाली कॉम्पलैक्स में बने कई मकान एक-एक मंजिल तक डूब गए. इन मकानों में फंसे लोग छतों पर चढ़कर अपनी जान बचाने में सफल रहे. SDRF की टीम ने इस दौरान कई लोगों को घरों से बाहर निकाला. वहीं, शहर के साइफन चौराहे पर जैन मंदिर के आसपास जलभराव से सड़कें तालाब जैसी हो गईं और कई वाहन पानी में डूब गए.
तेज बारिश से उदयसागर झील का जलस्तर 24 फीट तक पहुंच गया. जलसंसाधन विभाग ने आनन-फानन में उदयसागर के गेट 5-5 फीट से ज्यादा खोल दिए, लेकिन कैचमेंट से भारी पानी आने से झील खतरे के निशान से नीचे नहीं आ सकी. मोरवानिया नदी से आवक तेज होने पर बड़ी तालाब छलक गई और इसका पानी फतहसागर में पहुंच गया. इसी तरह मानसी वाकल बांध के तीन गेट भी खोले गए, जिससे पानी गुजरात की ओर बह गया. आलम यह है कि सीसारमा नदी 12 फीट पर बह रही है.
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मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी अधिकारियों ने बरती लापरवाही
मौसम विभाग की चेतावनी के बावजूद उदयसागर से समय पर निकासी नहीं बढ़ाने पर जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही उजागर हुई. रात और सुबह कैचमेंट में भारी बारिश के बाद आयड़ नदी में उफान आया तो विभाग ने हड़बड़ी में गेट तीन-तीन फीट से बढ़ाकर पांच-पांच फीट खोल दिए. इसके बावजूद पानी का स्तर बढ़ता रहा. हालांकि, दोपहर बाद बारिश थम गई, जिससे स्थिति विकट होने से टल गई, लेकिन खतरा पूरी तरह टला नहीं है.
बारिश और जलनिकासी की कमी से शहर के साइफन-फतहपुरा मुख्य मार्ग समेत कई जगह पानी भर गया. बेदला नदी का जलस्तर बढ़ने से बड़गांव मोक्षधाम और आसपास की कॉलोनियां जलमग्न हो गईं. साइफन-बेदला मार्ग भी अवरुद्ध हो गया. लगातार बढ़ती समस्याओं को देखते हुए कलेक्टर नमित मेहता, यूडीए आयुक्त राहुल जैन और निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने मौके का दौरा किया. कलेक्टर ने यूडीए को स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए.
उदयपुर में आज भी भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने 7 सितंबर को दक्षिणी राजस्थान में, विशेषकर उदयपुर में भारी से अतिभारी और कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश की संभावना जताई है. ऐसे में प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए हैं.
लगातार हो रही बारिश से जहां जलाशयों और बांधों में पानी की अच्छी आवक हुई है. वहीं जलभराव और बाढ़ जैसे हालात से आमजन परेशान हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क मार्ग कटने से आवाजाही प्रभावित हो गई है. शहर के कई हिस्सों में अब भी पानी भरा है और राहत कार्य जारी हैं.