कोटा शहर के श्रीराम नगर स्थित आईसीआईसीआई बैंक में एक चौंकाने वाला धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यहां की रिलेशनशिप मैनेजर साक्षी गुप्ता ने 43 ग्राहकों के 110 खातों से लगभग 4 करोड़ 58 लाख रुपए निकाल लिए. उसने यह रकम शेयर बाजार में निवेश की, जहां पर सारे पैसे डूब गए.
साक्षी गुप्ता ने यह धोखाधड़ी करीब ढाई साल तक की. उसने बुजुर्ग ग्राहकों को निशाना बनाया, जिनकी डिजिटल समझ कम थी. उनके मोबाइल नंबर बदल दिए ताकि ट्रांजैक्शन का अलर्ट न पहुंचे. साथ ही खातों के पिन भी बदल दिए गए. उसने ग्राहकों के डेबिट कार्ड और ओटीपी का गलत इस्तेमाल कर पैसे ट्रांसफर किए.
एक मामले में महिला ग्राहक के खाते में जमा 3.22 करोड़ रुपए को ‘पूल अकाउंट’ की तरह इस्तेमाल किया गया. 31 ग्राहकों की एफडी समय से पहले तुड़वाकर 1.34 करोड़ से अधिक की रकम भी ट्रांसफर की गई. 3.40 लाख का पर्सनल लोन भी फर्जी तरीके से लिया गया.
आईसीआईसीआई बैंक मैनेजर तरुण दाधीच की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने 31 मई को आरोपी साक्षी गुप्ता को रावतभाटा के चारभुजा से गिरफ्तार किया. एक दिन की रिमांड के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. पुलिस अब यह जांच कर रही है कि इस घोटाले में और कौन-कौन शामिल था.