देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें वापस भेजने की कार्रवाई तेज हो गई है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत राजस्थान से 17 जिलों में रहने वाले 1008 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों को चिह्नित कर पकड़ा गया है. इस सिलसिले में 13 मई को 148 अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहली खेप जोधपुर एयरबेस पहुंची, जिन्हें दस्तावेज सत्यापन के बाद पश्चिम बंगाल भेजा जाएगा और फिर वहां से बीएसएफ द्वारा बांग्लादेश डिपोर्ट किया जाएगा.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जयपुर रेंज से सबसे ज्यादा 761 अवैध बांग्लादेशी पकड़े गए, जिनमें अकेले सीकर जिले से 394 नागरिक थे. इन सभी पर फर्जी पहचान पत्र, संदिग्ध कॉल डिटेल्स और पैसों के ट्रांजेक्शन के आधार पर कार्रवाई की गई.
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राज्य सरकार के आदेशों के बाद पूरे राजस्थान में विशेष टीमों का गठन किया गया, जिसमें साइबर सेल, तकनीकी एक्सपर्ट्स और खुफिया विभाग के अफसर शामिल हैं. इन टीमों ने बारीकी से संदिग्ध लोगों के दस्तावेज, आधार कार्ड, वोटर आईडी, मोबाइल कॉल डिटेल्स और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच की. इसी आधार पर इन नागरिकों की पहचान की गई और संबंधित जिलों की पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया.
जोधपुर एयरबेस पर पहुंचाए गए इन 148 अवैध नागरिकों को विशेष सुरक्षा व्यवस्था के तहत पश्चिम बंगाल रवाना किया गया है. वहां से बीएसएफ इन सभी को सीमा पार बांग्लादेश डिपोर्ट करेगी. सूत्रों के मुताबिक, यह प्रक्रिया चरणबद्ध ढंग से चलेगी और बाकी पकड़े गए नागरिकों को भी जल्द इसी तरह डिपोर्ट किया जाएगा.
पहलगाम हमले के बाद देशभर में सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और अवैध घुसपैठियों की पहचान व निगरानी तेज की गई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि बिना वैध दस्तावेजों के रहने वाले विदेशी नागरिकों पर सख्त कार्रवाई की जाए.