राजस्थान के आठ ज़िलों में बारिश और बाढ़ से हालात ख़राब है. कोटा, सवाई माधोपुर, टोंक और बूंदी में सबसे ज़्यादा लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल SDRF, NDRF के साथ राहत बचाव कार्य के लिए सेना को भी उतारा गया है.
सवाईमाधोपुर में कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूटा
बारिश से सवाईमाधोपुर और बूंदी में सबसे ज़्यादा दिक़्क़त है. 30 से ज़्यादा गांव सवाईमाधोपुर में जलमग्न हैं. इन गांवों का मुख्य शहर से संपर्क कट गया है. बाढ़ के चलते राजस्थान को मध्य प्रदेश से जोड़ने वाला राजमार्ग भी डूब गया. सवाईमाधोपुर में भी सेना की तैनाती की गई है. एक लाख से ज़्यादा लोग सवाई माधोपुर में प्रभावित हैं.
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सवाईमाधोपुर में एनडीआरएफ जवानों से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी
सवाई माधोपुर जिले में दो दिनों से लगातार हो रही भारी बरसात के चलते बाढ़ के हालात बने हुए हैं. विभिन्न इलाकों में बाढ़ में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगातार विभिन्न इलाकों में जा रही है. लेकिन शनिवार को अचानक से एनडीआरएफ की समूची टीम बाढ़ प्रभावित इलाके में एक हादसे का शिकार हो गई.
समूची एनडीआरएफ की टीम ट्रैक्टर-ट्राली में सवार होकर बाढ़ प्रभावित इलाके में जा रही थी. तभी सूरवाल और अजनोटी के पास सड़क पर बने गड्ढे में अचानक से ट्रैक्टर ट्राली असंतुलित होकर एक गड्ढे में जा गिरी. जिससे ट्रैक्टर-ट्राली मौके पर ही पलट गई और देखते ही देखते समूची एनडीआरएफ की टीम नीचे आ गिरी.
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इस हादसे में एक जवान ट्रैक्टर में रखी हुई एक बोट के नीचे दब गया. हालांकि एनडीआरएफ के जवानों ने कठिन परिस्थिति में भी अपना धैर्य रखते हुए साहस का परिचय दिया और बोट के नीचे दबे हुए जवान को सकुशल निकाल लिया. गनीमत रही, इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ. एनडीआरएफ के जवानों को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं.
पानी के तेज बहाव में बही कार
सवाई माधोपुर में बारिश से जिला मुख्यालय का लटिया नाला पूरी तरह उफान पर है. इस दौरान एक कार लटिया नाले के तेज बहाव में फंस गई. कार में कार चालक सहित दो महिलाएं सवार थीं, जिन्हें आसपास मौजूद लोगों ने बामुश्किल कार से निकाला. इसके बाद ट्रैक्टर की सहायता से कार को भी बाहर निकाला गया.