जिस समय देश में वर्शिप एक्ट 1991 को लेकर बहस छिड़ी हो. संभल, अजमेर, दिल्ली, मथुरा और काशी में मंदिर मस्जिद विवाद चरम पर है. आम लोग आपस में अपनी-अपनी राय को लेकर बंटे हैं. ऐसे में हिंदुत्व पर नसीहत देना आरएसएस के सरसंघ चालक मोहन भागवत को भारी पड़ रहा है. राजनीतिक टिप्पणियां अपनी जगह है लेकिन जिस तरह साधु संत धर्माचार्य एक के बाद एक उनके खिलाफ मोर्चा खोल रहे हैं उससे देश में संघ वर्सस संत का माहौल बना हुआ है.