नेपाल के सभी 77 जिले भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई के खिलाफ़ चल रहे आंदोलन की रणभूमि में बदल गए हैं. युवाओं के उग्र प्रदर्शन के कारण पूरे देश में हिंसा और आगजनी फैल गई है, जिसमें प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के आवास, राष्ट्रपति भवन, संसद और सुप्रीम कोर्ट जैसी कई सरकारी इमारतों को निशाना बनाया गया.