पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच रक्षा समझौता हो गया है. इस समझौते के तहत, यदि किसी एक देश पर हमला होता है, तो उसे दोनों देशों पर हमला माना जाएगा, जो नाटो के आर्टिकल फाइव के समान है. सऊदी अरब ने यह समझौता इजराइल, ईरान और यमन से संभावित खतरों के कारण किया है, क्योंकि अमेरिका की सुरक्षा गारंटी पर उसका भरोसा कम हुआ है.