जब आपके घर में मुझे पीटा गया था, मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया था, तब आपका सामाजिक न्याय कहां था, ये सवाल लालू यादव से उनकी बहू यानी तेज प्रताप की पत्नी ऐश्वर्या ने पूछा है. दरअसल, अनुष्का यादव के साथ 12 साल पुराने रिश्ते का खुलासा जब तेज प्रताप ने किया तो विवाद बढ़ता देख आरजेडी चीफ और उनके पिता लालू यादव ने बड़ा फैसला लिया. सामाजिक न्याय और नैतिक मूल्यों की दुहाई देते हुए उन्होंने बेटे तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से बाहर का रास्ता दिखा दिया. लेकिन बहू ऐश्वर्या के सामने आने के बाद लालू यादव और उनके परिवार का तेज प्रताप से किनारा करना भी सवालों के घेरे में है. अब सवाल है कि जब तेज प्रताप, अनुष्का के साथ अपनी तस्वीरों को फर्जी बताकर बचने की कोशिश में थे तो उस बीच लालू का खुद आगे आकर तेज प्रताप पर कड़ा एक्शन लेना बिहार विधानसभा चुनाव से पहले खेला गया 'मास्टरस्ट्रोक' है या वो बेटे-बहू के विवाद में कूदकर 'सेल्फ गोल' कर बैठे हैं.
जब तेज प्रताप ने किया प्यार का ऐलान
आपको बता दें कि तेज प्रताप ने हाल ही में सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव के साथ अपनी तस्वीर शेयर की थी. उसके कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि ये अनुष्का यादव हैं और हम एक-दूसरे को 12 साल से जानते हैं, प्यार भी करते हैं. हम लोग 12 साल से एक रिलेशनशिप में हैं. तेज प्रताप के इस पोस्ट के बाद ये खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गई. लोग भौचक्के रह गए कि अभी तो तेज प्रताप का ऐश्वर्या से तलाक भी नहीं हुआ है. ऐश्वर्या से उनका डिवोर्स का केस कोर्ट में है तो ये 12 साल पुराना प्यार कहां से आ गया.
नहीं चला तेज प्रताप का 'फेक पोस्ट' वाला बहाना!
इस बीच, तेज प्रताप की अनुष्का यादव के साथ कुछ और तस्वीरें वायरल होने लगीं, उनमें से कुछ तस्वीरों में अनुष्का यादव अपनी मांग में सिंदूर लगाए हुए भी नजर आईं तो कयास लगाए जाने लगे कि कहीं तेज प्रताप, अनुष्का यादव के साथ दूसरी शादी तो नहीं कर चुके हैं. हालांकि, फिर विवाद और बढ़ने लगा तो तेज प्रताप ने कई और पोस्ट किए, जिनमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट हैक हो गया था और उनकी तस्वीर AI से बनाकर पोस्ट की गई है. लेकिन अनुष्का संग कई तस्वीरें और वीडियो वायरल होने के बाद तेज प्रताप यादव 12 साल पुराने प्यार वाले पोस्ट को झुठलाने में नाकामयाब होते नजर आए.
तेज प्रताप से दूरी बनाना कितना सही फैसला?
फिर अगले दिन तेज प्रताप के पिता लालू यादव ने मोर्चा संभाला और सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ऐलान कर दिया कि वो तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालते हैं. निजी जिंदगी में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है. बड़े बेटे की गतिविधियां और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार, हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है. इसलिए उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं.
लालू यादव ने इस पोस्ट के साथ मोरल हाई ग्राउंड ले लिया और दुनिया को दिखा दिया कि वो सामाजिक न्याय और नैतिक मूल्यों से समझौता नहीं कर सकते. भले ही इसके लिए उन्हें अपने बेटे का त्याग क्यों ना करना पड़े. लेकिन ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि लालू ने ये कदम इसलिए उठाया क्योंकि वे चाहते हैं कि बिहार में चुनाव से ठीक पहले उनके बेटे तेज प्रताप की कारिस्तानी की वजह से जो भी कीचड़ उछले, वो उसके दामन पर ही पड़े. उसकी छींटे लालू और उनके परिवार पर नहीं आनी चाहिए. विरोधियों को अगर कोसना है तो वो तेज प्रताप को ही कोसें, लेकिन लालू और उनका परिवार उससे अलग रहे क्योंकि वो तेज प्रताप को पार्टी और परिवार दोनों से बाहर कर चुके हैं.
लालू यादव से बहू ऐश्वर्या के तीखे सवाल
लेकिन लालू की बहू ऐश्वर्या जिस प्रकार से मुखर होकर मीडिया के सामने आईं और अपने ससुर से कठिन सवाल पूछे, उससे लालू का तेज प्रताप से दूरी बनाना भी डैमेज कंट्रोल के लिए पर्याप्त नजर नहीं आ रहा है. दरअसल, ऐश्वर्या ने लालू यादव से सीधा सवाल किया कि आपके घर में मेरा जीवन क्यों बर्बाद किया गया? मुझको क्यों पीटा गया? आपको अब अचानक से सामाजिक न्याय की याद कैसे आई? इसके साथ ही, ऐश्वर्या ने ये भी दावा किया लालू परिवार पूरी तरह से एक साथ है. कोई अलग नहीं हुआ. चुनाव आने वाला है इसलिए इस प्रकार का नाटक कर रहे हैं.
तेज प्रताप पर बोलना लालू का 'सेल्फ गोल'?
लालू यादव की तरफ से तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से निकालने के बाद जैसे इस मामले ने तूल पकड़ा है, अभी कहना मुश्किल है कि ये कब और कहां जाकर थमेगा. अगर ध्यान दें तो अनुष्का के साथ फोटो पोस्ट करने के बाद तेज प्रताप ने खुद डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की थी. उन्होंने फोटो को AI से बनाया हुआ और फर्जी बताया था. बाकी वायरल हुए फोटोज को भी वो फर्जी बताकर किनारे से निकलने वाले थे. इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने भी तेज प्रताप के समर्थन में पोस्ट डाल दिया था और AI से फर्जी फोटो बनाने वालों पर एक्शन की मांग कर दी थी. ऐसे में लालू यादव इस मामले को फर्जी बताकर चुनाव तक के लिए टाल सकते थे. नैतिकता का सवाल भी था तो पहले मामला दर्ज करवाकर तस्वीरों की जांच करा सकते थे और 4-6 महीने बाद जब फोटोज के सही होने की पुष्टि होती तब तेज प्रताप पर चुनाव के बाद कार्रवाई कर सकते थे. लेकिन तेज प्रताप अभी हुए एक्शन ने इस बात पर लोगों का विश्वास और बढ़ा दिया कि तेजस्वी ने अनुष्का यादव के साथ पोस्ट किए फोटो में जो लिखा वो सब सही है.
ऐश्वर्या कैसे बढ़ा सकती हैं मुश्किलें?
जान लें कि ऐश्वर्या की शादी लालू के बेटे तेज प्रताप से साल 2018 में हुई थी. लेकिन ये शादी कुछ महीने ही चल पाई. ऐश्वर्या के मुताबिक, तेज प्रताप और उनके परिवार से उनका विवाद हुआ था जिसके बाद वो तंग आकर मायके चली आईं. माना जा रहा है कि अगर विधानसभा चुनाव तक लालू की बहू ऐश्वर्या ऐसे ही मीडिया के सामने अपना पक्ष रखती रहीं तो लालू और उनकी पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी हो सकती है. क्योंकि लालू, तेजस्वी या उनके परिवार का कोई भी सदस्य जहां भी प्रचार करने जाएगा तेज प्रताप, ऐश्वर्या और अनुष्का का सवाल उनके सामने मुंह बाए खड़ा रहेगा.
चुनाव में RJD को क्या हो सकता है नुकसान?
लालू यादव और उनके परिवार के लिए मुश्किल ये भी है कि उनके विरोधी दलों ने भी तेज प्रताप के मुद्दे को हाथों हाथ ले लिया है. JDU हो, BJP हो या प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज, सभी लालू यादव और उनके परिवार से तेज प्रताप के मुद्दे पर जवाब मांग रहे हैं. ऐश्वर्या के साथ हुई नाइंसाफी के लिए उन पर तंज कस रहे हैं.
RJD के हाथ से फिसला महिलाओं का मुद्दा!
इसके साथ ही, बिहार में महिलाओं के साथ अन्याय का मुद्दा इस चुनाव में आरजेडी जोर-शोर से उठा सकती थी लेकिन अब इस बात का जब भी जिक्र होगा तो उसमें सबसे पहले तेज प्रताप और ऐश्वर्या की बात होगी. लालू यादव की विरोधी पार्टियों के नेता टीवी डिबेट से लेकर जनसभा तक हर जगह उनको उलाहना देंगे कि जो अपने घर में अपनी बहू के साथ हो रहे अन्याय को नहीं रोक पाया, उसके साथ हुई बदसलूकी पर कुछ नहीं बोला, वो बिहार के लोगों के लिए क्या ही करेगा.