मध्यप्रदेश से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है. मध्य प्रदेश के मामा कहे जाने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब हाथ ठेला लिए भोपाल की सड़कों पर नजर आएंगे और लोगों से खिलौने देने के लिए कहेंगे. दरअसल मुख्यमंत्री ने यह फैसला गरीब बच्चों के लिए किया है. उन्होंने ने शुक्रवार सुबह भिंड और सीधी के कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान अपने संबोधन में खुद यह बात कही.
बच्चों के लिए जनभागीदारी जुटाना जरूरी
सीएम ने भिंड कलेक्टर से कहा,'मैं भोपाल में हाथ ठेला लेकर आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के लिए खिलौने लेने निकलने वाला हूं. लोगों को जोड़ने का यह मेरा मिशन है. समाज में जागरूकता लानी चाहिए. सरकार और पोषण आहार एक पक्ष है लेकिन जनभागीदारी जुटाना और लोगों के मन में यह तड़प पैदा करना कि हमारे बच्चे कुपोषित नहीं रहेंगे, यह दूसरा पक्ष है. आप भी भिंड के लिए योजना बनाएं.आंगनबाड़ी केंद्रों में कई चीजों की जरूरत है. कई जगह खिलौने नहीं हैं.'
अधिकारियों की क्लास भी ले रहे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आजकल अफसरों की बैठकों के दौरान लगातार क्लास लगा रहे हैं. भू-अधिकार योजना के तहत गुरुवार को एक वर्चुअल कार्यक्रम रखा गया था, जहां बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह को मुख्यमंत्री के गुस्से का सामना करना पड़ गया. सीएम ने बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह को डांटते हुए कहा कि कलेक्टर बुरहानपुर इधर-उधर मुंडी न हिलाएं. सामने देखें... सीधे. प्रवीण, जब मैं बोल रहा हूं, तो तुम्हें बोलने का अधिकार नहीं है. मेरी नजर हर गतिविधि पर रहती है.'
भू-अधिकार योजना के तहत भू-अधिकार पत्र और स्थाई पट्टे वितरण के कार्यक्रम में कई नेता और कलेक्टर मौजूद थे. सीएम जब अपने संबोधन को खत्म कर रहे थे तभी बुरहानपुर कलेक्टर प्रवीण सिंह की गतिविधियों को देखकर उन्हें गुस्सा आ गया और बीच बैठक में उन्हें फटकार लगा दी.