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वायनाड में हार की संभावना देख भागे राहुल गांधी, रायबरेली में भी नहीं मिलेगी जीत, CM मोहन यादव का बयान

CM Mohan Yadav on Rahul Gandhi: CM मोहन यादव ने एक बयान में कहा कि राहुल गांधी पिछली बार अमेठी से हारने के बाद केरल भाग गए थे, अब वायनाड में हार की संभावना देखकर वह रायबरेली भाग रहे हैं. उन्हें रायबरेली से भी हार का सामना करना पड़ेगा. 

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भोपाल एयरपोर्ट पर BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को विदा करने पहुंचे CM यादव.
भोपाल एयरपोर्ट पर BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा को विदा करने पहुंचे CM यादव.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी पिछली बार अमेठी से हारकर वायनाड (केरल) भागे थे. अब वायनाड में हार के डर से रायबरेली से भी चुनाव लड़ रहे हैं. लेकिन वह रायबरेली में भी हारेंगे. 

2019 के लोकसभा चुनाव में गांधी ने अमेठी के साथ-साथ वायनाड सीट से भी चुनाव लड़ा था. जहां उन्होंने वायनाड से जीत हासिल की. वहीं, वह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से अमेठी सीट हार गए. 

CM मोहन यादव ने एक बयान में कहा कि राहुल गांधी पिछली बार अमेठी से हारने के बाद केरल भाग गए थे, अब वायनाड में हार की संभावना देखकर वह रायबरेली भाग रहे हैं. उन्हें रायबरेली से भी हार का सामना करना पड़ेगा. 

उन्होंने कहा, राहुल वायनाड से हार के डर से अमेठी से चुनाव लड़ने की सोच रहे थे, लेकिन ईरानी ने पिछले पांच वर्षों के दौरान उत्कृष्ट काम किया और कांग्रेस ने अमेठी की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर जमानत गंवा दी.

इस सप्ताह की शुरुआत में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने स्थानीय भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद अमेठी में एक रोड शो किया था. 

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MP के CM यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के तीसरे कार्यकाल के लिए बने उत्साहपूर्ण माहौल के कारण कांग्रेस अंतिम समय तक अमेठी और रायबरेली सीटों पर उम्मीदवारों का चयन नहीं कर पाई. पूरा उत्तर प्रदेश पीएम मोदी के करिश्मे से भरा हुआ है. उन्होंने दावा किया कि भाजपा पिछला रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है. 

एमपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि लोग विकास में बाधा डालने और मोदी के बारे में हल्की बातें करने के लिए कांग्रेस को करारा जवाब देंगे. 

पिछले दो दशकों से रायबरेली सीट पर राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी का कब्जा था. कांग्रेस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि गांधी परिवार के करीबी सहयोगी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी लोकसभा सीट से BJP की स्मृति ईरानी के सामने चुनावी मैदान में उतारा गया है. 

बता दें कि राहुल गांधी साल 2004 में अमेठी सीट से लोकसभा सांसद चुने गए थे. इसके बाद वह 2009 और 2014 में इस सीट से लगातार सांसद चुने गए, लेकिन 2019 में बीजेपी की स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के नेता को इस सीट पर हरा दिया. हालांकि, 2019 लोकसभा चुनावों में राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से भी चुनाव लड़े थे और वहीं से जीतकर संसद पहुंचे थे. राहुल गांधी इस बार भी वायनाड सीट से चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा, रायबरेली सीट से भी ताल ठोकेंगे. 

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