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MP: व्यापमं घोटाले में CBI की बड़ी कार्रवाई, 8 साल से फरार आरोपी को हरिद्वार से पकड़ा

MP व्यापमं की आयोजित प्रवेश और भर्ती परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आने के बाद तत्कालीन शिवराज सरकार ने इसका आधिकारिक नाम बदलकर 'प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड' यानी PEB कर दिया था.

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(File Photo: ITG)
(File Photo: ITG)

मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले के सिलसिले में सीबीआई ने हरिद्वार से 8 साल से फरार एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. आरोपी  शैलेंद्र कुमार पर 15 सितंबर 2013 को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (PCRT)-2013 में  एक कैंडिडेट के रूप में परीक्षा देने का मामला दर्ज किया गया था.

व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश और सरकारी भर्तियों में बड़े पैमाने पर हुई अनियमितताओं से संबंधित है.

मध्य प्रदेश पुलिस ने शैलेंद्र कुमार को पहले गिरफ्तार किया था, लेकिन जून 2017 में सीबीआई के मामले में आरोप पत्र दाखिल करने के समय पेश नहीं हुए थे.

सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि वह तब से फरार था और जुलाई 2018 में उसे औपचारिक रूप से भगोड़ा घोषित कर दिया गया था."

जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा ने कि कई प्रयासों के बावजूद आरोपी का पता नहीं चल पाया. हाल ही में सीबीआई ने तकनीकी खुफिया जानकारी का इस्तेमाल करके महत्वपूर्ण सुराग जुटाए, जिससे उनकी पहचान की पुष्टि हुई और उत्तराखंड के हरिद्वार में उसके ठिकाने का पता चला. 

बता दें कि साल 2013 में सामने आया व्यापमं घोटाला अफसरों और नेताओं की मिलीभगत से राज्य सरकार की नौकरियों और प्रोफेशनल कोर्सेस में सैकड़ों उम्मीदवारों के गैरकानूनी दाखिले से जुड़ा है. 

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हाई कोर्ट के साल 2015 में दिए गए आदेश के तहत व्यापमं घोटाले से जुड़े मामलों की जांच मध्यप्रदेश पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंप दी थी. 

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