
योग मानव शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है. यह ना केवल आपकी फिजिकल हेल्थ बल्कि मेंटल हेल्थ भी अच्छी रखता है. आजकल की भागदौड़ भरी जीवनशैली में शरीर को स्वस्थ रखने में योग आपके लिए काफी मददगार हो सकता है. भारत में प्राचीन समय से ही योग को काफी प्रभावी माना जाता रहा है लेकिन पिछले कुछ सालों में पूरी दुनिया ने योग का लोहा माना है.
क्या है योग
यूं तो इस समय भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया योग को अपना रही है. लेकिन हर किसी के मन में यह सवाल जरूर आता होगा आखिर योग क्या है. क्या आप भी जानना चाहते हैं कि योग क्या है और ये कैसे इंसानी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है. वास्तव में योग स्वस्थ जीवन की ओर जाने का मार्ग है, यह एक तप है. यह ईश्वर की आराधना है. यह खुद से खुद के मिलन की यात्रा है. योग एक अनुशासन है जो इंसान और उसकी आत्मा का मिलन कराता है.
योग कर्म, तप और जीवन है
ईशा फाउंडेशन की वेबसाइट 'isha.sadhguru' के अनुसार, योग का शाब्दिक अर्थ 'जुड़ना' यानी 'मिलन' है. योग मानव को उस आंतरिक अवस्था में ले जाता है जहां वो हर वस्तु को अपने हिस्से के रूप में अनुभव करता है. योग को अक्सर सिर्फ व्यायाम की एक पद्धति समझा जाता है लेकिन ये सेल्फ ट्रांसफॉर्मेशन (आत्म परिवर्तन) की तकनीकों का एक समूह है जो किसी व्यक्ति को आंतरिक चेतना की अवस्था में लाने के लिए डिजाइन किया गया है. इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि ये आपके सब कॉन्शस माइंड (अवचेतन मन) को कॉन्शस कंडीशन (चेतना) में लाने में मदद करता है.
क्यों मनाया जाता है योग दिवस
ईशा फाउंडेशन के अनुसार, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है. संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly) ने 11 दिसंबर 2014 को इसकी घोषणा की थी. 21 जून की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि यह ग्रीष्म संक्रांति (उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन) होता है और योग की दुनिया में इस दिन का खास महत्व होता है.

मानव के लिए योग के फायदे
योग में व्यक्ति व्यायाम के अलावा ध्यान लगाना, अनुशासन, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन (रक्त संचार) बेहतर करना, अवचेतन मन पर काबू पाना, आध्यात्मिक अनुशासन, सांस पर काबू पाना और सीखता है. योग अपनी अलग-अलग शारीरिक मुद्राओं यानी आसनों, प्राणायाम और ध्यान से दिमाग, मन और शरीर में संतुलन बिठाने की कोशिश करता है जिससे आपके पूरे शरीर को फायदे मिलता है.
आसन के कितने हैं प्रकार
चूंकि योग प्राचीन समय से मानव सभ्यता का हिस्सा रहा है इसलिए इसके आसनों (मुद्राओं) की सटीक संख्या बताना मुश्किल है लेकिन ईशा फाउंडेशन के अनुसार आधुनिक योग अभ्यास में करीब 84 बुनियादी आसान शामिल हैं.
योग के स्वास्थ्य लाभ क्या हैं?
ईशा फाउंडेशन के अनुसार, शरीर को स्वस्थ और लचीला बनाने, वजन घटाने, सांस लेने की प्रक्रिया में सुधार करने, तनाव को कम करने, नींद में सुधार करने और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करता है.
योग करने में आ सकती है ये परेशानी
अगर आपने पहले कभी योग नहीं किया है तो आपको योग करना कठिन लग सकता है. टाइम ना मिल पाना, आलस, मौसम ठीक ना होना, शरीर का लचीला ना होने, फिट ना होने या संतुलन ना बिठा पाने जैसे अलग-अलग कारणों की वजह से लोग इससे कतराते हैं. हालांकि अगर आप भी इसे अपने जीवन में अपनाने की सोच रहे हैं और इस बात को लेकर कन्फ्यूज हैं कि कहां से शुरुआत की जाए तो हम यहां आपको कुछ बेहद आसान योगासन बता रहे हैं जो आपकी योग यात्रा में आपकी काफी मदद कर सकते हैं.
योग करने से पहले जरूर लें मदद
योग यूं तो कोई भी कर सकता है और कैसे भी शुरू कर सकता है लेकिन अगर आप एक प्रशिक्षक की मदद से अपनी योग यात्रा की शुरुआत करते हैं तो आपके लिए योगासन में शरीर को लचीला बनाने और सांसों-शरीर का संतुलन बिठाने की तकनीक समझने में दिक्कत कम पेश आती है. इसके अलावा हम यहां हम आपको कुछ ऐसे आसान योगासन भी बता रहे हैं जिनसे आप अपने इस सफल की शुरुआत कर सकते हैं.

1- mountain pose (ताड़ासन)
ताड़ासन एक बेहद आसान और असरदार योग मुद्रा है क्योंकि इसमें इसमें सिर्फ खड़े रहना होता है. लेकिन यह ना केवल शारीरिक शक्ति बल्कि शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी (लचीलापन) भी बढ़ाती है. यह व्यक्ति को दिमागी रूप से संतुलन और स्थिरता भी देती है. अगर आप रोज इसे करते हैं तो आप अपने सिर, धड़ और पैरों में भी शक्ति महसूस करेंगे. यह व्यक्ति में आत्मविश्वास बढ़ाने और तनाव कम करने के लिए भी अच्छा माना जाता है.
2- Child’s Pose (बालासन)
बालासन को बाल मुद्रा भी कहा जाता है. ये योग मुद्रा इंसान को कई शारीरिक और मानसिक फायदे पहुंचाती है. यह आपके मन-मस्तिष्क को शांत करती है, चिंता, घबराहट, तनाव और अवसाद को कम करती है, साथ ही आपके शरीर और दिमाग को आराम पहुंचाती है. बालासन करने से गर्दन, पीठ और कंधों में दर्द और तनाव भी दूर रहता है.
इतना ही नहीं यह कूल्हों, जांघों, टखनों और पीठ के निचले हिस्से को भी धीरे-धीरे आराम पहुंचाती है. इसके अलावा बालासन आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है, यह आपके बॉडी पॉश्चर को बेहतर करता है, शरीर की सक्रियता बढ़ाता है और आपके शरीर को गठीला बनाने में भी मदद करता है जिससे आप ज्यादा आर्कषित नजर आते हैं.
3- Downward Facing Dog pose (अधोमुख श्वानासन)
Downward Facing Dog Pose को हिंदी में अधोमुख श्वानासन कहते हैं. अधोमुख श्वानासन संस्कृत का शब्द है जिसमें अधो का अर्थ है नीचे, मुख का अर्थ है चेहरा, श्वान का अर्थ है कुत्ता और आसन का अर्थ है मुद्रा. इस योगासन की मुद्रा में व्यक्ति का शरीर श्वान के समान नजर आता है जो आपके पूरे शरीर को काफी खिंचाव देता है. यह योग मुद्रा शरीर के ऊपरी हिस्से के लिए बहुत ही अच्छी होती है.
शरीर को लचीला बनाने में अधोमुख श्वानासन आपके लिए काफी अच्छा होता है. यह रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाता है, धमनियों को फैलाता है, पीठ के तनाव को दूर करता है. यह आपके कंधों, हाथों, छाती, पैरों और पीठ की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करती है जिससे पूरा शरीर खुलता है. इससे आपकी एड़ियों, हड्डियों, कंधों और सारी मांसपेशियों को आराम मिलता है. इसलिए आपकी योग दिनचर्या में ये आसन जरूर शामिल होना चाहिए.