दीपावली पर सिर्फ मिठाइयां ही नहीं दी जाती है, बल्कि रंगोली का भी खास महत्व होता है. इस पर्व पर रंगोली बनाना भी एक परंपरा है, जो न केवल घर की सुंदरता बढ़ाती है बल्कि सकारात्मक ऊर्जा और खुशियां भी लाती है. रंगोली का मुख्य कारण घर में शुभता और समृद्धि का स्वागत करना होता है, ऐसा माना जाता है कि रंग-बिरंगी रंगोली देखकर देवी लक्ष्मी खुश होती हैं और घर में सुख-समृद्धि लाती हैं.
रंगोली बनाने के लिए पारंपरिक रूप से रंगीन चावल, आटा, फूल, रंगोली पाउडर और कभी-कभी रेत का इस्तेमाल किया जाता है. आजकल लोग और भी क्रिएटिव हो गए हैं और कॉटन बॉल, लाइट्स और नकली फ्लावर्स जैसी चीजों का इस्तेमाल करके खूबसूरज डिजाइन तैयार करते हैं, अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है, तब भी आप आसानी से खूबसूरत रंगोली तैयार कर सकते हैं.
फ्लोटिंग रंगोली: यह डिजाइन पानी से भरे कटोरे में फूल और पंखुड़ियों को डालकर बनाया जाता है. यह देखने में बहुत सुंदर लगता है और इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता. दीपों की हल्की रोशनी में ये रंगोली और भी खूबसूरत दिखाई देती है.
फूलों वाली रंगोली: अगर आप नेचुरल और ताजगी भरा लुक चाहते हैं तो आपके लिए फूलों वाली रंगोली एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है. गुलाब, चमेली और गेंदा के फूलों का इस्तेमाल करके शानदार पैटर्न बनाया जा सकता है. यह न केवल सजावट में बेहतर है बल्कि इनकी खुशबू से घर महक उठता है.
डॉट रंगोली: डॉट या बिंदु रंगोली बनाने में सरल होती है और इसे बनाना काफी आसान है. सिर्फ रंग-बिरंगे डॉट्स को सही तरीके से लगाना होता है और आप अपने क्रिएटिव आइडियाज के हिसाब से बड़ा या छोटा कर सकते हैं. डॉट वाली रंगोली खासतौर पर दक्षिण भारत में काफी फेमस है, जिसे आमतौर पर कोलम के नाम से जाना जाता है.
कुंदन रंगोली: यह डिजाइन खास तौर पर शादी और त्योहारों में इस्तेमाल होती है, इसमें रंगों के साथ कुंदन या ग्लिटर का इस्तेमाल करके इसे शाही और अट्रैक्टिव लुक दिया जाता है. आप चाहें तो इस दीवाली इस कुंदन रंगोली को बनाकर अपने घर को सजा सकते हैं.
राइस रंगोली: चावल से बनी रंगोली पारंपरिक और सुंदर होती है, इसे रंगीन करके घर की सीढ़ियों और दरवाजों के पास सजाया जा सकता है. यह रंगोली बनाने में आसान है और देखने में भी बहुत सुंदर लगती है.