ऐसी बहुत सी बीमारियां हैं जिन्हें दवाइयों और इलाज के माध्यम से ठीक किया जा सकता है. लेकिन डायबिटीज एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल के जरिए इसे कंट्रोल किया जा सकता है. डायबिटीज होने पर ब्लड शुगर लेवल काफी ज्यादा बढ़ जाता है. इस पर ध्यान ना देने और ब्लड शुगर लेवल को मेनटेन ना रखने के कारण कई बार व्यक्ति के अंग काटने तक की नौबत आ जाती है.
हाल ही में एक व्यक्ति के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. यह मामला दुबई का है. दुबई में रहने वाले 47 साल के पाकिस्तानी व्यक्ति मोहम्मद रजाक का डायबिटीज लेवल इतना बढ़ गया कि उन्हें इमरजेंसी में अस्पताल ले जाना पड़ा. कुछ समय पहले मोहम्मद रजाक को अचानक से चक्कर आने और धुंधला दखाई देने की समस्या का सामना करना पड़ा जिसके बाद उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में एडमिट करना पड़ा.
मेडिकल जांच से पता चला कि मोहम्मद रजाक का ब्लड शुगर का लेवल 17.5 फीसदी हीमोग्लोबिन A1C (HbA1C) के साथ रैंडम ब्लड शुगर (RBS) लेवल 730 mg/dL तक बढ़ गया था. बता दें कि नॉर्मल रैंडम ब्लड शुगर (RBS) की रेंज 80 से 140 mg/dL होती है. ऐसे में रजाक का रैंडम ब्लड शुगर लेवल नॉर्मल रेंज से 5 गुना ज्यादा बढ़ गया था.
2021 में चला डायबिटीज का पता
मोहम्मद रजाक 20 सालों से यू्एई में काम कर रहे हैं. एक वेबसाइट से बात करते हुए रजाक ने बताया कि उन्हें डायबिटीज का पता साल 2021 में चला था और वह बीते 3 महीनों से इसकी दवाइयां खा रहे हैं. मोहम्मद रजाक ने बताया कि उन्हें अचानक से चक्कर आना, सिर भारी होना और सुस्ती होने की दिक्कत हो रही थी जिसके लिए वह नॉर्मल चेकअप के लिए डेरा के एस्टर क्लिनिक में गए. मोहम्मद रजाक ने कहा, 'वहां मौजूद डॉक्टर्स ने मेरा चेकअप किया और मुझे डायबिटीज के बारे में बताया. इसके बाद डॉक्टर्स ने मुझे कुछ दवाइयां दी जिससे मेरी सेहत में काफी सुधार आया.'
4 दिनों तक अस्पताल में रहे रजाक
कुछ समय तक दवाइयां खाने के बाद मोहम्मद रजाक ने अचानक से दवाइयां खानी बंद कर दी और ब्लड शुगर लेवल की भी जांच नहीं की. रजाक ने कहा, 'ये मेरी लापरवाही थी. मैंने कभी नहीं सोचा था कि डायबिटीज की समस्या इस तरह से वापिस आ जाएगी.' एक दिन दोपहर में खाना खाने के बाद उन्हें अपनी सेहत नासाज सी महसूस हुई और काफी धुंधला दिखाई देना शुरू गया. जिसके बाद मोहम्मद रजाक का एक दोस्त उन्हें फटाफट से एस्टर अस्पताल लेकर गया.
एस्टर अस्पताल के डायबिटीज स्पेशलिस्ट डॉ. डार्विन वी.दास ने कहा, रजाक का मामला काफी गंभीर था. उन्हें जब अस्पताल में भर्ती किया गया तो उस समय उनका ब्लड शुगर लेवल 730 mg/dL था. मोहम्मद रजाक की इतनी गंभीर स्थिति देखकर हमने उन्हें तुरंत एडमिट किया और उनके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए इंसुलिन का डोज दिया. उन्हें अस्पताल में पूरे 4 दिनों के लिए रखा गया.
डायबिटिक कोमा में जा सकते थे मोहम्मद रजाक
डॉ. दास ने बताया कि दवाइयां ना खाने और एक हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो ना करने के कारण रजाक की ऐसी हालत हुई. डॉ. दास ने कहा, रजाक ने ना सिर्फ अपनी दवाइयां लेनी छोड़ दी थी बल्कि, उन्होंने अपनी डाइट में भी कोई बदलाव नहीं किया. इसके साथ ही रजाक रोजाना मीठी चीजों का सेवन और काफी कम फिजिकल एक्टिविटीज कर रहे थे. इन सभी चीजों के चलते रजाक डायबिटिक कोमा में भी जा सकते थे.
डायबिटीज के कारण हो सकती है ये दिक्कतें
डॉ. दास ने बताया कि डायबिटीज के लेवल को कंट्रोल ना करने पर इसकी वजह से अंधेपन, नर्व डैमेज, और किडनी फेलियर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. डॉ. दास ने कहा, रजाक की किस्मत काफी अच्छी थी कि उनका ब्लड शुगर लेवल 5 गुना बढ़ने के बावजूद भी उन्हें कुछ नहीं हुआ.