आमतौर हम जब भी केला खरीदने जाते हैं तो ये सुनिश्चित करने की कोशिश करते हैं कि केला अच्छी तरह से पका है या नहीं. हममें में से ज्यादातर लोगों को यही पता होता है कि पके हुए केले ही स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं. पर आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि कच्चा केला भी स्वस्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
कच्चे केले को हम कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं. कई लोग इसका कोफ्ता बनाकर खाना पसंद करते हैं तो कई इसकी सब्जी, तो कुछ उबालकर. केला एक ऐसा फल है जो पकने के बाद भी फायदेमंद होता है और कच्चा होते हुए भी. हालांकि कच्चे केले और पक्के केले के फायदों में बहुत अधिक अंतर नहीं है लेकिन फिर भी दोनों की उपयोगिता को एक नहीं माना जा सकता है.
कच्चे केले में पर्याप्त मात्रा में फाइबर, विटामिन और लवण होते हैं. इसमें मौजूद स्टार्च ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार होता है. कच्चा केला खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है. कच्चा केला खाने के फायदे:
1. स्टार्च की उपलब्धता
केले में रेजिसटेंट स्टार्च की मात्रा पाई जाती है जोकि पाचन क्रिया के दौरान घुलनशील नहीं होते हैं. ऐसे में ये स्टार्च से कहीं अधिक फाइबर की तरह काम करता है. कच्चे केले का सेवन करने से मधुमेह होने का खतरा कम हो जाता है. साथ ही से कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित भी करने का काम करता है जिससे दिल से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा कम हो जाता है.
2. फाइबर का अच्छा माध्यम
रेजिसटेंट स्टार्च के साथ ही इसमें फाइबर की भी भरपूर मात्रा होती है. हमारी रेग्युलर डाइट में फाइबर का होना बेहद जरूरी है. फाइबर की मौजूदगी से पाचन क्रिया बेहतर रहती है. जिन लोगों को वजन घटाना है उनके लिए भी कच्चे केले का सेवन एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
3. पोटैशियम की पर्याप्त मात्रा
पके हुए केले की ही तरह कच्चे केले में भी उच्च मात्रा में पोटैशियम होता है. पोटैशयिम की मात्रा ब्लड प्रेशर से जुड़ी समस्याओं के समाधान में बहुत कारगर होता है.
4. विटामिन बी 6
कच्चे केले में विटामिन बी 6 भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है. हमारे शरीर की कई क्रियाओं के लिए जिम्मेदार लगभग 100 तरह के एंजाइम्स की सक्रियता के लिए इस विटामिन की मौजूदगी महत्वपूर्ण होती है. इसके साथ ही ये हीमोग्लोबिन के निर्माण में भी मददगार है.