उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में इन दिनों यात्रा करना बेहद मुश्किल साबित हो रहा है. यात्रा के दौरान ना जाने कहां पहाड़ी दरक जाए या कहां पहाड़ी से कोई पत्थर आ गिरे कुछ नहीं पता. ऐसा ही दर्दनाक हादसा रुद्रप्रयाग के मुनकटिया में हुआ जहां गाड़ी के ऊपर पत्थर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई.
केदारनाथ हाईवे पर बांसवाड़ा में रात से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं, जिससे खतरा बढ़ गया है. फिलहाल बांसवाड़ा में हाईवे बंद होने से केदारनाथ यात्रा को 5 सितंबर तक रोक दिया गया है. यात्रियों को रुद्रप्रयाग सहित अन्य स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया जा रहा है.
उत्तराखंड में बारिश से अभी नहीं राहत
जनपद में लगातार हो रही बारिश और उत्तराखंड मौसम विभाग की ओर से जारी अगले तीन दिन तक भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब यात्रा भी अस्थायी रूप से स्थगित करने का फैसला लिया है.तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए ही निर्णय लिया गया है. वहीं, केदारनाथ जाने वाले वाहनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.
गढ़वाल कमिश्नर श्री विनय शंकर पांडेय ने बताया कि भारी बारिश से प्रदेश में कई जगह भूस्खलन एवं पहाड़ों से मलबा गिरने से रास्ते बाधित हो रहे हैं. जिन्हें सरकार प्राथमिकता पर खोल रही है, लेकिन यात्रियों की सुरक्षा ओर सुविधा को देखते हुए फिलहाल चारधाम एवं हेमकुंट साहिब यात्रा को 05 सितंबर 2025 तक स्थगित किया गया है.
उन्होंने यात्रियों से अपील की है कि वे प्रतिकूल मौसम की स्थिति को देखते हुए फिलहाल यात्रा मार्गों पर प्रस्थान न करें. साथ ही प्रशासन द्वारा जारी परामर्श का पालन करें. मौसम सामान्य होने एवं मार्ग पूरी तरह सुरक्षित होने के बाद यात्रा को फिर से शुरू कर दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा सड़क मार्गों की निगरानी, सफाई तथा यात्रियों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. यात्रियों से अनुरोध है कि धैर्य एवं संयम बनाए रखें. इसके अलावा यात्रा संबंधित जानकारी के लिए प्रशासनिक नियंत्रण कक्ष से संपर्क करते रहें.