आजतक की धर्म संसद के 'हैं तैयार हम' सत्र में गढ़वाल के डिवीजनल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि पिछली यात्रा पूर्ण होते ही हमने अगली यात्रा के लिए तैयारी में जुट गए थे. यात्रा की सफलता के लिए जो बेसिक पॉइंट होते हैं, वो अच्छा बना सकते हैं और कुछ लोगों के लिए मुश्किल भी बन सकते हैं. यात्रा के लिए कनेक्टिविटी, फैसिलिटी, स्वास्थ्य सुविधाएं, दर्शन की व्यवस्था, पेयजल, शौचालय... इनसे आम आदमी का सरोकार होता है और हमने इन सबका ध्यान रखकर अपनी तैयारियां की हैं.
गढ़वाल के आईजी राजीव स्वरूप ने कहा कि हमने वहां एक ऐसा सिस्टम विकसित किया है कि जितनी यमुनोत्री धाम की क्षमता है, उतने ही यात्रियों को हम वहां जाने की इजाजत देंगे. उस जत्थे की वापसी के बाद अगला जत्था जाएगा. हमने हर रूट को पांच से 10 किलोमीटर के सेक्टर में बांटा है. इस रूट पर किए गए इंतजाम भी आईजी ने गिनाए और कहा कि हम हर भाषा में पम्फलेट बांटेंगे. पुलिस प्रशासन तीर्थ यात्रियों की पहुंच में रहे, ये हमारी कोशिश है.
स्पॉट रजिस्ट्रेशन पर भी होगा जोर
वहीं, जब विनय शंकर पांडे से पूछा गया कि भीड़ भारी संख्या में और यहां को जो इंफ्रास्ट्रक्चर है वो सिमित है. पिछले साल ट्रैफिक की बहुत समस्या हुई. उन्होंने कहा कि देखिए, हम लोगों ने पहले की यात्रियों से काफी कुछ सीखा भी है. इस बार हम लोगों ने तीन चार बड़ कदम उठाए हैं. पिछली बार जो ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन थे, उसके लिए हमने नंबर बांटे हुए थे. इस बार सीएम के निर्देश पर हमने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए कोई नंबर जारी नहीं किया है. इस बार लोगों के आने पर 48 घंटे के अंदर अपने यात्री का स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर देंगे. इस बार हमने अपने होल्डिंग एरिया पहले से ही निर्धारित कर लिए हैं. हमने हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और सोनप्रयाग में होल्डिंग एरिया बनाए हैं.
इसके इतर आईजी राजीव स्वरूप से पूछा गया कि श्रद्धालुओं के आने के बाद इलाके में रेट बढ़ जाते हैं, इस रोकने के लिए क्या किया है. इसका जवाब देते हुए कहा, हमने होटलों के मालिक, टैक्सी यूनियन से हमने प्रथम दौर का वार्ता कर ली है. इन मीटिंग का दौर हमारे एसपी और डीएम से लेवल पर भी चल रहा है. सभी ओवर रेटिंग को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं और इसके लिए हमने एक डेडिकेटेड कंट्रोल रूम भी बनाया है, जहां अधिकारी 24 घंटे लोगों की मदद के लिए तैनात रहेंगे. इसके नंबर भी हम लोगों ने सार्वजनिक तौर पर बांट दिए हैं. अगर ऐसा मामला सामने आता है तो लोग वहां शिकायत कर सकते हैं.
पहलगाम की घटने से हुए कष्ट
पहलगाम टेरर अटैक पर बोलते हुए विनय शंकर ने कहा, पहलगाम की घटना से कष्ट हुआ है. इसी को ध्यान में रखते हुए अपने चार धाम में आने वाले यात्री की सुरक्षा के इंतेजाम किए हैं. इसके लिए पुलिस- प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव हैं. सभी डीएम-एसएसपी को निर्देश दिए गए हैं कि जहां भी लोग रुक रहे हैं वहां उन्हें दिक्कत ना हो. इस बार हमने आधार से रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया है, जिससे हमारे पास सारा डेटा रहेगा कि कौन-कौन चार धाम यात्रा पर आया है. सुरक्षा के लिए हमने केंद्र से भी पैरामिलिट्री की 10 कंपनियां मांगी हैं.
उन्होंने कहा कि हमने इस बारे ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए अलग से व्यवस्था की है. हमने हरिद्वार में ऋषिकुल इंटर कॉलेज में 20 डेस्क स्थापित की हैं. ऋषिकेश में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए 30 काउंटरों ने आज से काम शुरू कर दिया है. बाकी अन्य रुट्स पर भी हमने काउंटर स्थापित किए हैं जो आने वाले श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन करेंगे.
रील्स बनाने वालों को चेतावनी
गढ़वाल के आईजी ने चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के सलाह देते हुए कहा, मैं चार धाम आने वाले यात्रियों से अपील करता हूं कि अपने साथ अपने डॉक्यूमेंट्स जरूर लेकर आएं. हम लोग कहीं-कहीं उनकी सुरक्षा के लिए बैरिकेट्स लगाकर चेकिंग करेंगे. साथ ही यात्रियों को अपने पास इमरजेंसी स्थिति में संपर्क करने वाले नंबर भी रखने चाहिए.
उन्होंने तीर्थयात्रा या तीर्थस्थलों पर रील बनाने वालों को चेतावनी देते हुए कहा कि आप यात्रा पर आए हैं तो अपने साथ मेमोरी ले जाने गलत नहीं है, पर ये सब मर्यादा में होतो अच्छा है. अगर इस संबंध में या हुड़दंग के संबंध में कोई शिकायत आती है तो निश्चित तौर पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.