स्पेन से आगरा आई एक महिला टूरिस्ट को ताजमहल परिसर में एक बंदर ने काट लिया. अचानक हुए इस अटैक से महिला दहशत में आ गई. बंदर के काटने पर महिला के पैर से खून निकलने लगा. आनन-फानन में खून रोकने की व्यवस्था कर उसे फर्स्ट एड (शुरुआती उपचार) दिया गया और बाद में महिला ताजमहल से रवाना हो गई.
विदेशी पर्यटक पर ताजमहल में हुए इस हमले पर राजनीति भी शुरू हो गई. यूपी के पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर कर योगी सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा,'ताजमहल में विदेशी पर्यटक को बंदर द्वारा काटे जाने का समाचार बेहद गंभीर है.'
UP की आय प्रभावित होगी
सपा सुप्रीमो ने आगे कहा कि देश-प्रदेश में आर्थिक बदहाली के बीच अगर विदेशी पर्यटक डर गये तो पर्यटन उद्योग और यूपी की आय का साधन भी प्रभावित होगा. अखिलेश ने डीएम को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि डीएम के चश्मे की तरह क्या बंदर पकड़ने का फंड भी बंदर ले उड़े या उसकी बंदरबांट हो गयी?
लोगों ने पैर में बांधी पट्टी
ताजमहल का दीदार करने महिला सोमवार सुबह पहुंची थी. बंदर के काटने के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने महिला को फर्स्ट एड दिया. महिला टूरिस्ट के पैर में पट्टी बांधी गई. ताजमहल परिसर में बंदरों ने आतंक मचा रखा है. इसे रोकने के लिए ASI के कर्मचारियों की ड्यूटी तक लगा दी गई, लेकिन समस्या दूर नहीं हुई.
पहले भी हुआ टूरिस्ट पर हमला
ताजमहल में टूरिस्ट पर बंदरों के हमले का यह पहला मामला नहीं है. कुछ दिन पहले पर्यटकों ने तमिलनाडु से आए शाहीन रशीद की पीठ में काट लिया था. इतना ही नहीं ये बंदर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI) के कर्मचारियों पर भी हमला कर देते हैं.
ASI के कर्मचारी भी परेशान
पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि ताजमहल में बंदरों की समस्या बहुत गंभीर है. पर्यटकों के आने से पहले एएसआई के कर्मचारी बंदरों को भगाने की कोशिश करते हैं, लेकिन बंदर कर्मचारियों पर ही हमला कर देते हैं. पर्यटकों की सुविधा के लिए ताजमहल में जगह-जगह बंदरों से सावधान रहने के बोर्ड भी लगाए गए हैं. बंदरों को परिसर से हटाने की कोशिशें जारी हैं.