
Chhath Puja 2021: तकरीबन ठीक 3 साल पहले अमृतसर में रेलवे ट्रैक पर एक हादसा हुआ था, जिसमें रावण दहन देख रहे कई दर्जन लोगों को एक ट्रेन रौंदती हुई चली गई थी. वहां, पर लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे. इस घटना के बाद उन तमाम पूजा और धार्मिक स्थलों पर एहतियात बरतना शुरू हो गया जो रेलवे ट्रैक के किनारे होते हैं.
इस बार भी छठ महापर्व को देखते हुए उत्तर प्रदेश के चंदौली में भी रेलवे लाइन के किनारे स्थित ऐसे तालाब जहां छठ पूजा की जाती है, वहां पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. जिला प्रशासन और रेलवे ने यह तय किया है कि ऐसे स्थानों पर ट्रेनों की स्पीड कम कर दी जाएगी. साथ ही, ट्रेनें लगातार हॉर्न बजाते हुए गुजरेंगी. यही नहीं, हर एक क्रॉसिंग के पास लोकल पुलिस के साथ-साथ राजकीय रेलवे पुलिस और आरपीएफ के जवानों को भी तैनात किया जाएगा.
गौरतलब है कि लोक आस्था का पर्व पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली और आसपास के जिलों में विशेष धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसे में घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ इकट्ठा होती है. चंदौली जिले के दीनदयाल नगर सहित कई ऐसे छठ पूजा स्थल हैं, जो रेलवे लाइन के किनारे स्थित हैं. ऐसे में भीड़ रेलवे लाइन की तरफ न चली जाए और किसी भी तरह के हादसे से बचने के लिए जिला प्रशासन और रेलवे ने मिलकर यह योजना बनाई है कि इन स्थानों से गुजरने वाली ट्रेनों की स्पीड को कम कर दिया जाएगा. रेलवे क्रॉसिंग वाले स्थानों पर पुलिस की भी समुचित व्यवस्था रहेगी.

छठ पूजा स्थलों पर साफ-सफाई का काम पूरा
इसके साथ ही, जिला प्रशासन ने तमाम छठ पूजा के स्थलों की साफ-सफाई का काम पूरा करा लिया है. जिला प्रशासन की तरफ से घाटों पर रोशनी की भी समुचित व्यवस्था कर दी गई है. वहीं, दूसरी तरफ क्राउड कंट्रोल और ट्रैफिक कंट्रोल के साथ-साथ श्रद्धालुओं की सुरक्षा के भी तगड़े इंतजाम किए गए हैं. जिला प्रशासन की तरफ से हर एक पूजा स्थल पर पुलिस के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. इसके अलावा, गोताखोरों की भी टीम मौजूद रहेगी, ताकि किसी भी इमरजेंसी में उनका इस्तेमाल किया जा सके.
चंदौली के डीएम संजीव कुमार सिंह ने बताया, ''चंदौली में पूरे हर्षोल्लास के साथ छठ का पर्व मनाया जाता है और कोविड-19 बाद यह छठ पर्व मनाया जा रहा है. इसमें हमारे जितने भी तालाब, पोखर, नहरे वगैरह हैं जहां पर घाट बने हैं. उनकी साफ सफाई के लिए वृहद अभियान चलाया गया है. चूना वगैरह छिड़कवाया गया है. रोशनी की भी पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है और गोताखोरों की भी व्यवस्था रहेगी. इसमें वॉलिंटियर्स का भी सहयोग लिया जा रहा है, जो लगातार इस पर सतर्क दृष्टि रखेंगे. बैरिकेडिंग की जा रही है, ताकि लोग गहरे पानी में न जा सके और अपने छठ पर्व का आयोजन सफलतापूर्वक हो सके. इसके लिए रेलवे के अधिकारियों के साथ भी आज बैठक हुई है. चूंकि रेलवे लाइन के किनारे काफी सारे आयोजन स्थल है.''

उन्होंने आगे बताया कि यह मानसरोवर तालाब जो पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर तहसील में है यह महत्वपूर्ण स्थल है. यहां पर भारी संख्या में लोग इकट्ठे होते हैं. तो रेलवे की जो भी ट्रेन यहां से निकलेगी उस पर काशन भी रहेगा. उसके बाद स्पीड लिमिट के अतिरिक्त आरपीएफ और जीआरपी का भी इसमें सहयोग रहेगा और लोगों से पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम से लगातार अपील भी की जाएगी कि जो रेलवे क्रॉसिंग है उसको क्रास न करें और सतर्क रहें और सावधानीपूर्वक आए जाए. इस तरह ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में हमारी तैयारियां चल रही है.
वहीं, एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि चंदौली में बहुत सारी जगहों पर तालाबों में घाटों पर छठ का पर्व मनाया जा रहा है. जितना भी ट्रैफिक की व्यवस्था है और सिक्योरिटी पॉइंट ऑफ व्यू से हम बहुत सारे डायवर्जन कर रहे हैं. जैसे आप यह रास्ता पीछे देख रहे हैं यह हर साल बंद रहता है, क्योंकि यहां पर काफी रश हो जाता है, तो ट्रैफिक को देखते हुए मीटिंग की गई है. अभी डीएम साहब और डीआरएम साहब के साथ भी एक मीटिंग की गई है, जिसमें रेलवे सिक्योरिटी को भी देखते हुए जितने भी क्रॉसिंग है वहां ज्वाइंट पुलिस आरपीएफ जीआरपी की फोर्स हर एक पॉइंट पर रहेगी. जितनी भी ट्रेन इधर से गुजरेंगे उनकी जानकारी ली गई है. क्योंकि 24 घंटे का पूजा का समय रहता है. तो 10 तारीख से लेकर 11 तारीख तक 24 घंटे हमारी ड्यूटी रहेगी.