अगर आप छोटे बच्चों के साथ ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो सावधानी बेहद जरूरी है. ट्रेन में यात्रा करते समय लोग अपने बच्चों का ख्याल रखते हैं लेकिन कभी-कभी ऐसी लापरवाही हो जाती है कि सबके लिए भारी पड़ जाती है. इसलिए ट्रेन में यात्रा के दौरान अपने बच्चे का खास ख्याल रखें और विशेष रूप से अगर वह अकेले टॉयलेट जाना चाहता है तो उसे बिल्कुल न जाने दें.
हो सकता है कि आपका बच्चा ट्रेन के टॉयलेट में ही फंस जाए उसे बाहर निकालने के लिए दरवाजा तोड़ना पड़े. ऐसा ही एक मामला मुंबई से पटना जा रही 03202 डाउन लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन में सामने आया. जब एक 5 साल का मासूम बच्चा ट्रेन के टॉयलेट में गया और खुद से बाहर नहीं निकल पाया. क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद हो गया था और बच्चा दरवाजे को खोल नहीं पा रहा था. बाद में जब ट्रेन डीडीयू जंक्शन पर पहुंची तो वहां मौजूद जवानों ने पेचकस की मदद से दरवाजे को खोला और बच्चे को सकुशल बाहर निकाला.
टॉयलेट में फंस गया अरमान
दरअसल, पटना की रहने वाली एक महिला यात्री अपने 5 साल के बच्चे के साथ लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस के थर्ड एसी B-3 कोच में यात्रा कर रही थीं. ट्रेन अभी डीडीयू जंक्शन पहुंचने वाली थी कि उससे पहले खादेजिया बेगम का 5 साल का बेटा अरमान बाथरूम करने के लिए ट्रेन के टॉयलेट में गया. उसने अंदर से दरवाजा बंद कर लिया लेकिन फ्रेश होने के बाद अंदर से बाथरूम का लॉक नहीं खोल पा रहा था और बाथरूम में ही फंस गया.
अफरा-तफरी जैसी स्थिति
जब अरमान काफी देर तक टॉयलेट से बाहर नहीं निकला तो उसकी मां को शक हुआ. अरमान की मां ने जब दरवाजा खोलने की कोशिश की तो पता चला कि वो अंदर से लॉक हो गया है और अरमान उसे खोल नहीं पा रहा है. इसके बाद महिला यात्री ने अपने सहयात्रियों को बताया कि उनका बेटा बाथरूम में है और दरवाजा अंदर से लॉक हो गया है.
सुरक्षाकर्मियों ने खोला दरवाजा
कई यात्रियों ने भी टॉयलेट के दरवाजे को खोलने की कोशिश की. लेकिन दरवाजा अंदर से लॉक हो गया था लिहाजा उनको सफलता नहीं मिली. इसी बीच ट्रेन डीडीयू जंक्शन पर पहुंची तो लोगों ने स्टेशन पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों को इस बारे में बताया. सूचना मिलने पर डीडीयू जंक्शन पर स्थित आरपीएफ पोस्ट के अवर निरीक्षक अश्विनी कुमार और आरक्षी नीतीश कुमार आरक्षी सत्यनारायण, पी के श्रीवास्तव पहुंचे और आरपीएफ के इन जवानों ने ट्रेन के पैंट्री कार के स्टाफ के साथ मिलकर बाथरूम के दरवाजे को पेचकस खुलवाया और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला गया. बच्चे के टॉयलेट से सही सलामत बाहर निकलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
डीडीयू जंक्शन के आरपीएफ इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया कि जैसे ही इस मामले की सूचना मिली तो आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंची और पैंट्री कार के कर्मचारियों के साथ मिलकर पेचकस से दरवाजे के पल्ले को टॉयलेट से अलग किया गया. फिर बच्चे को सकुशल बाथरूम से बाहर निकाला गया.