यूपी के फतेहपुर में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भ्रष्टाचार को रोकने के लिए एक अनोखी पहल की गई है. इलाज के लिए मरीजों को दवाओं और जांच के लिए बाहर न भटकना पड़े, इसके लिए बाहर एक बैनर लगाया गया है. इसमें लिखा है सारी व्यवस्थाएं अस्पताल में उपलब्ध है.
अस्पताल में सभी जांच और एक्स-रे की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध है. अगर किसी डॉक्टर या टेक्नीशियन ने आपको बाहर से जांच कराने के लिए कहा है, तो तुरंत आप चिकित्सा अधीक्षक को सूचित करें. इसके बदले में 100 रुपए का नगद इनाम पाएं.
दवा कारोबारियों और डॉक्टरों का गठजोड़
दरअसल, सीएचसी बिंदकी में दवा कारोबारियों और डॉक्टरों के बीच गठजोड़ हैं. इसको तोड़ने के लिए सीएचसी प्रभारी ने कड़ा रुख अपनाया है. अब बाहर से दवा लिखे जाने की सूचना देने वाले मरीज को नगद इनाम देने की घोषणा की है. सीएचसी के डॉक्टरों द्वारा बाहर से दवा लिखे जाने का मामला काफी दिनों से चल रहा था.
इस अनोखी पहल से दवा कारोबारियों और डॉक्टरों में हड़कंप मचा है. मामले में सीएचसी अधीक्षक डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने बताया, "हमें जानकारी मिली कि अस्पताल में बाहरी दवाइयां और जांचें लिखी जाती है. इसके बाद मैंने यह कदम उठाया है. अस्पताल में सभी दवाएं उपलब्ध है. साथ ही जांच की सभी सुविधा उपलब्ध है. कुछ दवाइयां उपलब्ध नहीं थी, उसे लोकल से परचेज किया गया है. अस्पताल में गरीब आएं, तो उनके जेब में भार न पड़े."
उन्होंने आगे बताया, "इन सारी चीजों को रोकने के लिए 100 रुपए की इनाम रखा गया है. मैं चाहता हूं भ्रष्टाचार रोकने के लिए सबका सहयोग मिले. 100 रुपए की रकम मामूली रकम है. मगर, इसके पीछे मकसद है, कोई डॉक्टर और टेक्नीशियन मरीज को बाहर जाने के लिए न कहे. किसी मरीज को बाहर भेज रहा है, वह मुझे बता दे. उस पर नकेल कसा जाएगा."