पूरी दुनिया इस समय जानलेवा कोरोना वायस से लड़ रही है और ब्रिटेन भी इससे अछूता नहीं है. यूके में 70 से ज्यादा कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की पहचान हो चुकी है. यही कारण है कि क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय को लंदन के बकिंघम पैलेस से विंडसर कैसल में स्थानांतरित कर दिया गया है.
ब्रिटेन (यूके) में कोविड -19 से मरने वालों की संख्या 21 तक पहुंच चुकी है. मरने वाले का यह आंकड़ा एक दिन में दोगुने रफ्तार से बढ़ा है. 93 वर्षीय महारानी और उनके 98 वर्षीय पति, प्रिंस फिलिप को आने वाले हफ्तों में नॉरफॉक में शाही सैंड्रिंघम एस्टेट में रखे जाने की संभावना है. कोरोना वायरस के प्रकोप से लड़ने के लिए वहां सख्त उपाय किए जा रहे हैं. बता दें कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस से अभी तक 1,140 से अधिक लोग प्रभावित हुए है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को इसे महामारी घोषित कर दिया. इस वायरस की वजह से पूरी दुनिया में 6000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 135 देशों के 142,000 से अधिक लोग इससे संक्रमित हैं
इस फैसले को लेकर बकिंघम पैलेस की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि अन्य घटनाओं की समीक्षा उचित सलाह के आधार पर की जाएगी."
कुछ रिपोर्टों में इस तरह के संकेत भी मिले हैं कि लंदन के महल में बड़ी संख्या में कर्मचारी होने और हर गुरुवार को महरानी से मिलने में बड़ी संख्या में मेहमानों के आने की वजह से ऐसा फैसला लिया गया है, ताकि उन्हें संक्रमण से बचाया जा सके. इसी वजह से पैलेस के छोटे स्तर के कर्मचारियों को सैंड्रिंघम में स्थानांतरित किया जा सकता है.
एक सूत्र ने ’द सन’ के हवाले से कहा, “वो पूरी तरह स्वस्थ्य हैं लेकिन उन्हें स्थानांतरित करना संक्रमण से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है.”
सूत्र ने बताया कि ''बकिंघम पैलेस आगंतुकों की एक निरंतर मेजबानी करता है, जिसमें दुनिया भर के राजनेता और गणमान्य व्यक्ति शामिल हैं. रानी ने हाल तक वहां बहुत सारे लोगों से मुलाकात की है.'' सूत्र ने कहा कि वह अपने 94 वें जन्मदिन से सप्ताह भर की दूरी पर हैं और सलाहकारों का मानना है कि उन्हें नुकसान से बचाने का यही सबसे बेहतर तरीका है.