रेलवे ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए रेलगाड़ियों के सभी थ्री टायर (थर्ड एसी) डिब्बों में लगे बीच के पर्दे हटाने का फैसला किया है. इन कोचों की खिड़कियों के पर्दे बने रहेंगे. रेलवे सुरक्षा आयुक्त की सिफारिशों के आधार पर यह फैसला किया गया है.
आयुक्त ने पिछले साल बेंगलूर-नांदेड़ एक्सप्रेस में हुए अग्निकांड हादसे की जांच के बाद यह सिफारिश की थी. इस दुर्घटना में 26 यात्रियों की मौत हो गई थी. रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने 12 मार्च को थर्ड एसी कोच के अंदर लगे पर्दे हटाने का फैसला किया. सभी जोनल रेलवे को इन्हें हटाने का निर्देश दिया गया है. इन डिब्बों की जहां भी साफ-सफाई आदि होगी, इन पर्दों को हटा दिया जाएगा. हालांकि ये पर्दे अग्नि-रोधी सामग्री से बने होते हैं लेकिन सुरक्षा आयुक्त की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए इन्हें हटाने का फैसला किया गया है.
रेलवे सुरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की दिशा में विचार विमर्श के लिए 24-25 अप्रैल को सुरक्षा तकनीक के जानकारों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन दिल्ली में आयोजित कर रही है. रेलवे ने यात्रियों को और अधिक एकांत उपलब्ध कराने के लिए 2009 में थर्ड एसी डिब्बों में पर्दे लगाए थे.