प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को संस्कृत दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी. प्रधानमंत्री मोदी ने संस्कृत में ही ट्वीट करके देशवासियों को शुभकामना देते हुए संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला.
पीएम मोदी ने ट्वीट में कहा, सभी देशवासियों को संस्कृत दिवस के अवसर पर मेरी कोटिश: शुभकामनाएं. हमें गर्व है कि विश्व की सभी भाषाओं में संस्कृत सबसे प्राचीन भाषा है जो हमारी विरासत का प्रतीक है. यह ज्ञान-विज्ञान और संस्कृति व संस्कार की भाषा है.
सर्वेभ्यः देशवासिभ्यः संस्कृतदिवससन्दर्भे मम कोटिशः शुभकामनाः। अस्माकं गर्वः अस्ति यत् विश्वस्य सर्वाभ्यः प्राचीनतमासु भाषासु अन्यतमा संस्कृतभाषा अस्माकं प्राचीनतमस्य रिक्थस्य प्रतीकभूता अस्ति। एषा ज्ञानविज्ञानयोः भाषा, संस्कृति-संस्कारयोः च भाषा अस्ति।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2019
प्रधानमंत्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "संस्कृत भाषा को जिन महात्माओं, ऋषियों, मुनियों और ज्ञानियों ने अपनी तपस्या से सींचा और उसे सबसे वैज्ञानिक भाषा बनाया उन सबको इस अवसर पर नमन करता हूं. साथ ही, उन सभी भाषाविदों का हार्दिक अभिनंदन करता हूं जो संस्कृत भाषा के विकास के लिए अपना बहुमूल्य प्रदान कर रहे हैं.
संस्कृतभाषां ये महात्मानः ऋषयः मुनयः ज्ञानिनः च स्वीय-तपस्यया सिक्तवन्तः तां विश्वस्य वैज्ञानिकतमां भाषां कृतवन्तः च तेषां सर्वेषाम् अस्मिन् अवसरे नमनं करोमि। सहैव तेषां सर्वेषां भाषाविदां हार्दिकम् अभिनन्दनं करोमि ये संस्कृतस्य विकासाय स्वीयं बहुमूल्यं प्रदानं कुर्वन्तः सन्ति।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 15, 2019
बता दें कि श्रावणी पूर्णिमा को संस्कृत दिवस मनाया जाता है. सन 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केंद्रीय और राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश जारी किया गया था. तब से संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. इस दिन को इसलिए चुना गया था कि इसी दिन प्राचीन भारत में शिक्षण सत्र शुरू होता था. इसी दिन वेद पाठ का शुरू होता था और इसी दिन छात्र शास्त्रों के अध्ययन की शुरुआत किया करते थे.