अभी तक आपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 26 जनवरी के मौके पर राजपथ पर खुले में चलते हुए जब देखा होगा. तब ये देखा होगा कि उनकी सुरक्षा में चल रहे एसपीजी के कमांडो PM के दोनों तरफ एक पतला ब्रीफकेस लेकर चलते हैं. दरअसल ये ब्रीफकेस पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड है, जिसका इस्तेमाल अचानक किसी हमले के दौरान अतिविशिष्ट व्यक्ति को बचाने के लिए किया जाता है.
गृहमंत्री के लिए ब्रीफकेस शील्ड के इस्तेमाल
अब इसी तरीके के पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड का इस्तेमाल NSG (नेशनल सेक्युरिटी गार्ड) भी गृहमंत्री राजनाथ सिंह की सुरक्षा में करने लगी है. हाल के दिनों में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की सुरक्षा में एनएसजी ने खतरे के आंकलन के आधार पर ब्रीफकेस शील्ड के इस्तेमाल को बढ़ाया है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह को गृह मंत्रालय ने Z+ कैटेगरी की एनएसजी की सुरक्षा दे रखी है.
अब एनएसजी ने गृहमंत्री की सुरक्षा में इजाफा करते हुए उनकी सुरक्षा में 'ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड' का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. जब भी गृहमंत्री पैदल एक जगह से दूसरी जगह घूमते हैं, तब एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो ब्रीफकेस बुलेटप्रूफ शील्ड लेकर साथ चलते हैं. जिसमें अगर कोई अचानक हमला करने की कोशिश करता है, तो उसको एनएसजी के कमांडो त्वरित गति से रोक सकते हैं.
क्या है ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड?
ब्रीफकेस बैलिस्टिक शील्ड पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड होती है, जो कि ब्रीफकेस खोलते ही ढाल की तरह काम करने लगती है. यह अतिविशिष्ट (VVIP) व्यक्तियों को तत्काल सुरक्षा देती है. असल में ये एक पोर्टेबल बुलेट प्रूफ शील्ड या पोर्टेबल फोल्ड आउट बैलिस्टिक शील्ड होती है, जिसे हमले के दौरान खोला जा सकता है.

जानकारी के मुताबिक जब भी सुरक्षाबलों यानी एनएसजी को किसी भी खतरे या संदिग्ध गतिविधि का अंदेशा होता है, तो वे गृहमंत्री को सुरक्षित करने के लिए उस शील्ड को नीचे की ओर झटक देते हैं. जिससे वह शील्ड खुल जाती है. देखा जाए तो यह एक तरह से ढाल का काम करती है. इस ब्रीफकेस नुमा शील्ड में एक गुप्त जेब भी होती है, जिसमें पिस्तौल को रखा जा सकता है.
वैसे तो गृह मंत्री राजनाथ सिंह बुलेट प्रूफ गाड़ी में चलते हैं, मगर जब वो गाड़ी से उतरकर पैदल चलते हैं तब ऐसी स्थिति में अब एनएसजी गृहमंत्री की सुरक्षा के लिए बैलिस्टिक शील्ड का उपयोग करने लगी है.