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म्‍हाडा के मकान केवल मराठियों को ही मिलें: राज ठाकरे

राज ठाकरे ने फिर से मराठी मानुष का राग अलापना शुरू कर दिया है. चाचा बाल ठाकरे के बाद अब राज ने भी कहना शुरू कर दिया है कि म्‍हाडा के फ्लैट केवल मराठियों को ही मिलने चाहिए.

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मायानगरी में एक घर मिल जाए इससे बड़ी बात क्या होगी. लेकिन सियासत है कि आशियाने पर भी शुरू हो गई है. राज ठाकरे ने फिर से मराठी मानुष का राग अलापना शुरू कर दिया है. चाचा बाल ठाकरे के बाद अब राज ने भी कहना शुरू कर दिया है कि म्‍हाडा के फ्लैट केवल मराठियों को ही मिलने चाहिए. वहीं करीब साढे तीन हजार फ्लैटों के लिए पहले ही दिन एक लाख से ज्यादा फार्म बिक गए हैं.

मुंबई में म्हाडा के दफ्तर के सामने रात भर लोग फॉर्म मिलने का इंतजार करते रहे. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुंबई में म्हाडा के इन फ्लैटों की कितना जबरदस्त डिमांड है. एक तरफ इन फ्लैटों को लेकर इस कदर मारामारी मची है वहीं दूसरी ओर बाल ठाकरे ने इन फ्लैटों को लेकर सियासत शुरू कर दी है सामना में लिखे संपादकीय में बाल ठाकरे ने कहा है कि म्हाडा के बने फ्लैट्स को मराठियों के लिए रिजर्व रखा जाना चाहिए.

ठाकरे ने आगे लिखा है कि अगर मराठियों को फ्लैट्स नहीं मिले तो धीरे-धीरे वो मुंबई से बाहर हो जाएंगे. दरअसल शिवसेना फ्लैटों के बहाने मराठी मानुष के फिर मराठी मानुष के राग को अलापना चाहती है. लेकिन खुद म्हाडा ने इन फ्लैटों को लेकर जो शर्ते रखी है उसमें साफ किया है कि वही लोग इसमें फॉर्म भर सकते है जो कम से कम पिछले पन्द्रह साल से मुंबई में रह रहे हों. साथ ही उनके पास महाराष्ट्र का डोमेसाइल सर्टिफिकेट होना चाहिए. तभी आप म्हाडा के मकानों के लिए अर्जी दे सकते हैं. मुंबई में ज्यादातर पॉश लोकेशन में बने 3863 मकानों के लिए म्हाडा ने पांच लाख फॉर्म छपवाए हैं.

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