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बिहार में माओवादियों ने अगवा बीडीओ को रिहा किया

बिहार के शिवहर जिले के लदौरा गांव से गत रविवार को अपहृत तरियानी के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनोज सिंह को माओवादियों ने रिहा कर दिया और वे आज मुजफ्फरपुर स्थित अपने आवास पहुंच गए.

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बिहार के शिवहर जिले के लदौरा गांव से गत रविवार को अपहृत तरियानी के प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) मनोज सिंह को माओवादियों ने रिहा कर दिया और वे आज मुजफ्फरपुर स्थित अपने आवास पहुंच गए.

राज्य के अपर पुलिस महनिदेशक (मुख्यालय) पी के ठाकुर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि नक्सलियों ने बीडीओ को किस स्थान पर छोड़ा पर उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि मनोज सिंह आज सुबह करीब 11 बजे मुजफ्फरपुर स्थित अपने आवास पहुंच गए हैं.

उन्होंने बताया कि बीडीओ की सकुशल रिहाई के लिए मुजफ्फरपुर और दरभंगा के आरक्षी महानिरीक्षक के नेतृत्व में शिवहर, सीतामढी, दरभंगा, मधुबनी और मुजफ्फरपुर जिले की पुलिस द्वारा लगातार प्रयास जारी था और नक्सलियों ने पुलिस के दबाव में आकर उन्हें रिहा कर दिया.

बीडीओ के पुत्र अभिमन्यु सिंह ने भी अपने पिता के घर पहुंचने की पुष्टि करते बताया कि वे अभी घबराए हुए हैं और बात करने की स्थिति में नहीं है तथा विश्राम कर रहे हैं.

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नक्सलियों के कब्जे में करीब 48 घंटों तक रहे बीडीओ के परिजनों ने उनको रिहा कर देने के लिए नक्सलियों से अपील की थी.

सिंह विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बूथों के सत्यापन एवं मतदाता फोटो पहचान पत्र कार्य के निरीक्षण के लिए अपनी सरकारी जीप से गत रविवार को लदौरा गांव गए थे जहां से नक्सली उन्हें अगवाकर एक मोटरसाइकिल पर बिठाकर फरार हो गए थे.

बीडीओ के साथ लदौरा गांव जाने वालों में नरवारा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक इफ्तेखार इमाम, बीडीओ के जीप का चालक अजरुन सिंह और उनके नौकर विश्वनाथ राय भी थे जिनको नक्सलियों ने बाद में उसी दिन रहा कर दिया था.

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