कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के घर के बाहर विधायक अरविंद लिंबावली के समर्थकों ने प्रदर्शन किया है. समर्थकों ने अरविंद लिंबावली को मंत्री बनाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने चेतावनी भी दी है. समर्थकों ने कहा है कि अगर वे मंत्री नहीं बनाए गए तो वह अपने समुदाय के विधायकों के साथ इस्तीफा दे देंगे.
कर्नाटक में बीजेपी ने भले ही सरकार बना ली है लेकिन कर्नाटक का संकट कम नहीं हुआ है. मंत्री न बनाए जाने से कई विधायक नाराज चल रहे हैं. अरविंद लिंबावली ने भले ही इस मामले में अब तक कोई टिप्पणी न की हो लेकिन बीजेपी के अंदर ही मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से कई विधायकों में नाराजगी है. बीजेपी की अंदरुनी कलह भी सामने आ रही है.
कर्नाटक में बीजेपी सरकार बनने के 25 दिन बाद मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के मंत्रिमंडल का गठन हुआ था. मंगलवार को 17 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. वहीं मंत्री नहीं बनाए जाने से पार्टी के कुछ नेता नाराज हैं. कर्नाटक बीजेपी के बड़े नेता उमेश कट्टी को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली, जिससे लोगों को हैरान हुई.
वहीं अब बीएस येदियुरप्पा ने कहा है कि उमेश कट्टी ने मंगलवार को मुझसे बात की. ये सच है कि उनको मंत्री बनने का मौका मिलना चाहिए था. वो दुखी हैं. हम मामले को सुलझा लेंगे.
कर्नाटक में मंगलवार को येदियुरप्पा मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया. येदियुरप्पा कैबिनेट में लिंगायत समुदाय से 7, ओबीसी से दो, ब्राह्मण समाज से एक, वोक्कालिगा समुदाय से तीन और एससी-एसटी समुदाय से 4 लोगों को मंत्री बनाया गया है.