बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दावा किया कि अगले विधानसभा चुनाव में राजग पुन: सत्ता में आयेगा और बिहार में निवेश की धारा बहेगी.
पटना में आयोजित जदयू के एक राजनीतिक सम्मेलन को संबोधित करते हुये नीतीश ने यह भविष्यवाणी की कि बिहार में होने वाले अगले विधानसभा चुनाव में राजद-लोजपा और कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी एवं राजग के अगले कार्यकाल के दौरान यहां निवेश की धारा बहेगी.
उन्होंने कहा कि इन तीनों पार्टियों की बिहार में सत्ता में वापसी की कोशिश विफल साबित होगी, क्योंकि इन दलों ने यहां वर्षों से सत्ता में रहते हुये विकास करने के बजाए राज्य की जनता की आंख में धूल झोंकने का काम किया.
नीतीश ने बिहार की जनता को सावधान करते हुये कहा कि वर्तमान में राजद-लोजपा गठबंधन और कांग्रेस दिखावे के लिये अलग-अलग चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं, पर चुनाव बाद सत्ता पर काबिज़ होने के लिये फिर एक साथ हो जाएंगे.{mospagebreak}विपक्षी दलों के आरोप कि जदयू और भाजपा का गठबंधन प्रदेश में साम्प्रदायिक उन्माद को बढ़ावा देगा, पर नीतीश ने कहा कि वर्तमान शासन काल के दौरान ही वर्ष 1989 के भागलपुर दंगा पीड़ितों को सिख दंगा पीड़ितों की तर्ज कर उचित मुआवजा दिया गया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के वर्तमान राजग शासन काल के दौरान ही वैसे दंगाई जिन्हें पिछले राजद शासनकाल के दौरान सम्मानित किया गया, उन्हें राजग सरकार ने मामले की पुन: सुनवाई कर सजा दिलवाने का काम किया.
नीतीश ने बताया कि नवम्बर 2005 में जब उन्होंने सत्ता संभाली थी, तो उस समय तक अपराधी खुलेआम घूम रहे थे पर उनके कार्यकाल के दौरान ऐसे अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज कर प्रदेश में कानून का राज्य स्थापित किया गया. उन्होंने कहा कि राजग के पिछले 57 महीनों के शासनकाल के दौरान प्रदेश के किसी भाग में कोई साम्प्रदायिक या जातीय दंगा नहीं हुआ और आज लोग साम्प्रदायिक सौहार्द के बीच अमन-चैन के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं.{mospagebreak}नीतीश ने कहा कि वे चुनाव से घबराए हुए नहीं है क्योंकि उन्होंने जबसे सत्ता संभाली है, तब से राज्य के विकास में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि राजद-लोजपा और कांग्रेस सत्ता में आने के लिये प्रदेश की वर्तमान राजग सरकार के खिलाफ कितना भी भ्रामक प्रचार करें, पर राज्य की जनता उनके बहकावे में नहीं आएगी और जनता ही अगले विधानसभा चुनाव में उन्हें सबक सिखा देगी.