बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार राजग के शासनकाल के दौरान यहां कानून का राज स्थापित हुआ है.
सारण जिले के पुलिस लाईन मैदान में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के 19 वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा कि नवंबर वर्ष 2005 में बिहार में सत्ता का कार्यभार संभालने के बाद प्रदेश की कानून-व्यवस्था स्थिति में सुधार लाने के लिए उनका सतत प्रयास जारी है.
उन्होंने कहा कि इसका परिणाम अब दिखने लगा लगा है क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ बडे पैमाने पर कार्रवाई हुई जिससे कानून तोडने वालों के मन में भय पैदा हुआ है.
नीतीश ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में पुलिस व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के प्रयासरत है. पुलिसकर्मियो को वर्दी भत्ता के तौर पर प्रतिवर्ष मिलने वाली 2600 रूपये की राशि को बढाकर अब चार हजार रूपये कर दी गयी है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यालय से बाहर प्रतिनियुक्ति पर तैनात बिहार सैन्यबल के जवानों को मिलने वाले भत्ते को भी बढाने का निर्णय लिया है.
नीतीश ने कहा कि पूर्व में ऐसे छह महीने के लिए प्रतिनियुक्त बिहार सैन्यबल के जवान को जहां केवल डेढ महीने का अतिरिक्त वेतन मिलता था अब उन्हें छह महीने का अतिरिक्त वेतन दिया जाएगा.
सम्मेलन को बिहार के पुलिस महानिदेशक नीलमणि, राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) पी के ठाकुर, बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र नारायण सिंह और महासचिव अरविंद कुमार यादव ने भी संबोधित किया.