कोरोना संकट के बीच लद्दाख के गलवान घाटी में पिछले हफ्ते हुई भारत और चीन के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद की स्थिति पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की अहम बैठक बुलाई थी जिसमें 3 प्रस्ताव पास किए गए. बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारी जमीन पर कब्जा किया.
चीन के साथ वर्तमान में बने तनावपूर्ण माहौल के बीच कांग्रेस ने आज मंगलवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक बुलाई जिसमें चीन के साथ बने सीमा विवाद को लेकर चर्चा की गई. कांग्रेस ने कहा कि चीन ने हमारे हिस्से में ढांचा खड़ा करने की कोशिश की. प्रधानमंत्री के शब्दों से चीन के षडयंत्रकारी रवैये को बल मिला है.
कांग्रेस के सरकार से 5 सवाल
कांग्रेस कार्यसमिति में केंद्र सरकार से 5 सवाल भी पूछे गए. कांग्रेस ने पूछा कि अप्रैल-मई 2020 से अब तक गलवान घाटी और पैंगोंग त्सो झील में हमारी सरजमीं पर चीनी सेना द्वारा कितनी बार घुसपैठ की गई है व घुसपैठ की कोशिश की गई और प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में यह क्यों कहा कि ‘हमारी सरजमीं पर किसी ने घुसपैठ नहीं की’ समेत 5 सवालों के जवाब मांगे.
सरकार के बयानों में विरोधाभासकांग्रेस कार्यसमिति का बयान:- pic.twitter.com/w18A4KJvKL
— Congress (@INCIndia) June 23, 2020
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि चीन के साथ गतिरोध पर प्रधानमंत्री का बयान कुछ और विदेश मंत्रालय का कुछ और है. प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन ने घुसपैठ नहीं की है.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस ने मई से लेकर आज तक अनेकों बार चीन की घुसपैठ के विरुद्ध हमारी भूभागीय अखंडता की रक्षा एवं सुरक्षा का मामला उठाया है. लेकिन सरकार एवं सरकार के सहयोगियों ने प्रत्युत्तर में केवल हर बात को खारिज करने, गुमराह करने व भ्रमित करने की नीति अपनाई.
उन्होंने कहा कि सरकार के अंदर के विरोधाभास खुलकर सामने आ गए हैं. रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री एवं विदेश मंत्रालय द्वारा (क्रमशः 3 जून, 17 जून एवं 20 जून, 2020 को) मई, 2020 से ‘बड़ी संख्या में चीनी सैनिकों की मौजूदगी’ की बात कही गई.
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उन्होंने कहा कि मई, 2020 की शुरुआत से ‘भारतीय सेना की सामान्य पैट्रोलिंग को बाधित करने’ मई, 2020 के मध्य से चीन द्वारा ‘भारत-चीन सीमावर्ती इलाकों के पश्चिमी सेक्टर के अन्य इलाकों में एलएसी को पार कर घुसपैठ करने, 6 जून, 2020 के बाद चीनियों द्वारा ‘गलवान घाटी में एलएसी को पार कर हमारे हिस्से में ढांचा खड़ा करने’ के बारे में बार-बार बयान दिए गए.
जबकि इन आधिकारिक बयानों के विपरीत, प्रधानमंत्री ने 19 जून, 2020 को कहा कि ‘भारतीय सीमा में किसी ने घुसपैठ की ही नहीं.’ उसके अगले ही दिन, 20 जून की शाम को विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर एक बार फिर प्रधानमंत्री के बयान का खंडन कर दिया.
3 प्रस्ताव भी पास किए गए
कांग्रेस कार्यसमिति ने आज इस मसले पर 3 प्रस्ताव भी पास किए. पहला, हम अपने सैनिकों द्वारा सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. दूसरा, हम अपने सशस्त्र बलों पर उनकी बहादुरी और साहस के लिए गर्व करते हैं और तीसरा, चीनी घुसपैठ को स्वीकार नहीं किया जा सकता. कांग्रेस कार्यसमिति ने यह भी कहा कि इस पूरे प्रकरण में सरकार की प्रतिक्रिया इनकार और दिग्भ्रमित करने की रही है.
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कांग्रेस कार्यसमिति की अहम बैठक के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज देश के सामने आर्थिक और सामरिक संकट की घड़ी है. जब देश का जनमानस घरेलू स्तर पर आर्थिक विपदा का सामना कर रहे हैं, तो भारत सरकार उनके साथ खड़े होने और मदद करने में पूरी तरह विफल साबित हुई है.
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उन्होंने 20 जवानों की शहादत को सलाम करते हुए आगे कहा कि हमारे 20 बहादुर जवानों की वीरगति और शौर्य गाथा ने भारत मां के सिर और हर देशवासी को गौरवान्वित किया. लेकिन बीजेपी सरकार सीमा पर आए इस संकट से निपटने में एक बार फिर पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई है. जिस प्रकार कोरोना महामारी ने देश के आम जनमानस पर संकट लाया है, वो अपने आप में गहन चिंता का विषय है. इन तीनों विषयों पर आज CWC की विशेष बैठक हुई.