हिमालय के ग्लेशियर पिघलने की गलत भविष्यवाणी को लेकर आलोचना के घेरे में आये जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी समिति (आईपीसीसी) के प्रमुख आर के पचौरी ने एक बार फिर कहा है कि वह अपना पद नहीं छोड़ेगे.
पचौरी ने कहा कि यदि संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित पुन:समीक्षा पैनल उनके द्वारा अपनायी गयी प्रक्रिया में गड़बड़ियां पाता है तो भी वह अपना पद नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने कहा कि बेशक नहीं लेकिन यदि हमें कोई रचनात्मक सिफारिश मिलती है तो हम इसे जरूर कार्यान्वित करेंगे. जहां तक तथ्यों की बात है तो मैं उन सिफारिशों को लागू करने के लिये जिम्मेदार होउंगा. मैं इससे कैसे भाग सकता हूं ?
पचौरी ने आईपीसीसी की चौथी आकलन रिपोर्ट में व्याप्त गड़बड़ियों की जिम्मेदारी लेते हुये कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा दी गई जिम्मेदारी को भी समझते हैं. इस रिपोर्ट में आईपीसीसी ने वर्ष 2035 तक हिमालय के ग्लेशियर पिघल जाने की भविष्यवाणी की थी.