scorecardresearch
 

गोपालगढ़ में हिंसा साम्प्रदायिक नहीं: माकपा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्‍सवादी) और राजस्थान मुस्लिम फोरम ने भरतपुर जिले के गोपालगढ़ कस्बे में एक विवादित भूमि को लेकर हुई हिंसा को साम्प्रदायिक मानने से इंकार किया है और आरोप लगाया कि पुलिस ने एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया, जिससे नौ लोगों की जानें गईं.

Advertisement
X

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्‍सवादी) और राजस्थान मुस्लिम फोरम ने भरतपुर जिले के गोपालगढ़ कस्बे में एक विवादित भूमि को लेकर हुई हिंसा को साम्प्रदायिक मानने से इंकार किया है और आरोप लगाया कि पुलिस ने एक विशेष समुदाय को निशाना बनाया, जिससे नौ लोगों की जानें गईं.

राजस्थान मुस्लिम फोरम ने इस घटना के लिए मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कांग्रेस आलाकमान से दोनों को बर्खास्त करने की मांग की है.

माकपा के प्रदेश सचिव वासुदेव ने गोपालगढ़ हादसे की जांच करने गये दल की जांच रिपोर्ट को मीडिया में जारी करते हुए कहा कि प्रशासन समय रहते विवादित भूमि के मामले का समाधान करता, तो साम्प्रदायिक हिंसा की घटना नहीं होती.

उन्होंने प्रभावित लोगों से इस बारे में की गई पूछताछ का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के आगामी चुनाव को ध्यान में रखते हुए राजनीति करने के कारण दोनों समुदायों के बीच दूरियां बढी़ हैं.

माकपा के बासुदेव और राजस्थान मुस्लिम फोरम के अध्सक्ष इंजीनियर सलीम ने दावा किया कि जांच में यह सामने आया है कि गोपालगढ़ में हुआ संघर्ष साम्प्रदायिक नहीं होकर पुलिस और एक समुदाय विशेष के बीच संघर्ष था.

Advertisement

सलीम ने आरोप लगाया कि पुलिस ने एक विशेष समुदाय के लोगों को निशाना बनाया. माकपा ने भरतपुर के तत्कालीन जिला कलेक्टर कृष्ण कुणाल और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक हिंगलाज दान समेत अन्य दोषी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

Advertisement
Advertisement