scorecardresearch
 

गिलानी ने किया भारत-पाक वार्ता का समर्थन

भारत पाक वार्ता को बहाल करने की वकालत करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने गुरुवार को कहा कि उनके देश और भारत को 26 नवंबर की एक घटना का बंधक नहीं बनना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए क्योंकि दोनों देश युद्ध को बर्दाश्त नहीं कर सकते.

Advertisement
X

भारत पाक वार्ता को बहाल करने की वकालत करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने गुरुवार को कहा कि उनके देश और भारत को 26 नवंबर की एक घटना का बंधक नहीं बनना चाहिए और बातचीत करनी चाहिए क्योंकि दोनों देश युद्ध को बर्दाश्त नहीं कर सकते.

मुंबई पर आतंकवादी हमले के बाद बातचीत में ठहराव आ जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘1.25 अरब लोगों को किसी एक घटना का बंधक नहीं बनाया जाना चाहिए. अगर हम एक घटना का बंधक बने तो लाभान्वित होने वाले आतंकवादी होंगे और इसलिए हमें आगे बढ़ना चाहिए.’’

गिलानी ने एक निजी खबरिया चैनल को दिए गए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मेरा मानना है कि बातचीत एकमात्र जवाब है. हम दोनों जिम्मेदार देश हैं और हम आगे बढ़ सकते हैं. हम युद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकते. मेरा मानना है कि आगे बढ़ने का बातचीत एकमात्र रास्ता है.’’ शर्म अल शेख में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत को बेहद अच्छी बताते हुए गिलानी ने कहा, ‘‘हम दोनों की समझ थी कि हम दोनों आतंकवाद से ग्रस्त हैं.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई की घटना के बाद चीजें रुकी हुई हैं और मामला पहले से ही अदालतों के विचाराधीन है. हम निश्चित तौर पर आतंकवाद की निंदा करते हैं और मानते हैं कि न तो भारत और न ही पाकिस्तान की धरती का एक-दूसरे के खिलाफ इस्तेमाल किया जाना चाहिए. 26 नवंबर की घटना के बाद पाकिस्तान में मुंबई जैसी 101 घटनाएं हो चुकी हैं.’’ गिलानी ने हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर पर हुए हमलों में अपने देश की संलिप्तता से इनकार किया है.

Advertisement

भविष्य में 26 नवंबर जैसी घटना की पुनरावृत्ति होने पर पाकिस्तान द्वारा उसे नहीं रोक पाने संबंधी उनके हाल के बयान के बारे में पूछे जाने पर गिलानी ने कहा कि यह भारतीय नेतृत्व द्वारा कही गई कुछ बातों की प्रतिक्रिया में कहा गया था जिसमें उन्होंने कहा था, ‘‘अगर भविष्य में कोई घटना होती है तो हम गैर सरकारी तत्वों को नहीं बल्कि पाकिस्तान की सरकार को घेरेंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मेरी राय थी कि अगर कोई भरोसेमंद सूचना है या कोई सूचना है तो हम भारत के साथ साझा करने को तैयार हैं. और अगर भारत के पास कोई सूचना है तो वे हमसे साझा कर सकते हैं. हम खुफिया सूचना या किसी भी तरह की सूचना को साझा करने के लिए तैयार हैं. हम आपका समर्थन करने को तैयार हैं.’’

मुंबई के आतंकवादी हमले की जांच के बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने छह डोसियर सौंपे हैं लेकिन उसी वक्त ‘‘हमने और सूचनाएं मांगी ताकि मामले को और पुख्ता बना सकें.’’ गिलानी ने यह भी कहा कि उनके देश को मुंबई हमले के मुख्य सरगना हाफिज सईद के बारे में और सूचना की आवश्यकता है.

Advertisement
Advertisement