प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे के बाद राहत पैकेज को लेकर तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है. राज्य सरकार ने केंद्र द्वारा दिए गए 1600 करोड़ रुपये के पैकेज को 'नमक लगाके जख्मों को खरीदने वाला काम' और 'ऊंट के मुँह में जीरे वाला काम' बताया है. पंजाब ने शुरुआती आकलन में 20,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया था और इतनी ही राशि की मांग की थी. इसके अलावा, राज्य का 60,000 करोड़ रुपये का बकाया भी है, जिसमें जीएसटी, आरडीएफ, एमडीएफ और प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत रोके गए पैसे शामिल हैं.