कर्नाटक में सत्ता के शीर्ष पर नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. कर्नाटक सरकार के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के करीबी विधायकों में दिल्ली पहुंचकर बिना अपॉइंटमेंट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की है. वहीं, डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश उनसे मिलने उनके घर पहुंचे हैं. कयासों के बीच कांग्रेस सूत्रों ने नेतृत्व परिवर्तन के कयासों को सिरे से खारिज कर दिया है.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री बदलने या कर्नाटक सरकार में किसी भी तरह के बड़े फेरबदल को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं चल रही है. कर्नाटक के कई कांग्रेस विधायकों के दिल्ली पहुंचने को लेकर पार्टी सूत्रों का कहना है कि वह सभी बिना अपॉइंटमेंट के पहुंचे हैं. पार्टी अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खड़गे) ने विधायकों को मिलने का समय नहीं दिया था. बेंगलुरु से दिल्ली तक हलचल के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी 21 नवंबर को बेंगलुरु पहुंच रहे हैं.
इन सबके बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दिल्ली में मौजूद मंत्री चेलुवरास्वामी से बात की है. चेलुवरास्वामी ने सीएम से यह कहा कि डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की ओर से नहीं, बल्कि सरकारी काम से दिल्ली आया हूं. सूत्रों के मुताबिक, बीती रात (20-21 नवंबर की रात) डिनर मीटिंग भी हुई है, जिसमें कई नेताओं ने कर्नाटक की मौजूदा स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि यह पार्टी के लिए ठीक नहीं है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक डिनर मीटिंग से पांच प्रमुख बिंदु निकलकर आए.
1. कर्नाटक मे जो कुछ हो रहा है, वह पार्टी के हित में नहीं है.
2. वरिष्ठ नेताओं को एकजुट होकर हाईकमान से यह डिमांड करनी चाहिए कि नेतृत्व पर स्थिति स्पष्ट कर दी जाए.
3. साल 2028 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर काम करने की जरूरत है.
4. विधायकों का इस तरह से दिल्ली पहंचना पार्टी और उसकी इमेज के लिहाज से ठीक नहीं है.
5. सिद्धारमैया को मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल से बातचीत कर इसका पटाक्षेप करना चाहिए.
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दिल्ली जाने से कुछ नहीं होगा- जारकीहोली
कर्नाटक में चल रही सियासी हलचल के बीच सिद्धारमैया सरकार के मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा है कि दिल्ली जाने से कुछ नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कितने भी विधायक दिल्ली जाएं, निर्णय तो हाईकमान ही लेगा. सिद्धारमैया गुट की डिनर मीटिंग को लेकर जारकीहोली ने कहा कि इसे किसी तरह के राजनीतिक संकट से जोड़कर देखना गलत है. उन्होंने कहा कि हमने बैठक में कुछ खास चर्चा नहीं की. सबकुछ हाईकमान के हाथ में है. दूसरी तरफ डीके शिवकुमार कैंप के नेता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
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डीके शिवकुमार के भाई डीके सुरेश भी दिल्ली गए थे. दिल्ली से लौटने के बाद वह अपने भाई डीके सुरेश से मिलने उनके घर पहुंचे. हालांकि, डीके सुरेश भी मीडिया के सवालों से बचते नजर आए. दूसरी तरफ, डीके शिवकुमार को लेकर खबर है कि आज यानी 21 नवंबर को वह घर से बाहर नहीं निकलेंगे. डीके शिवकुमार का आज न तो कोई सरकारी कार्यक्रम है, ना ही किसी के मुलाकात ही निर्धारित है.