कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक ईश्वरप्पा ने दावा किया है कि RSS का झंडा एक दिन राष्ट्रीय ध्वज बनेगा. उन्होंने कहा कि केसरिया झंडा बलिदान का प्रतीक है. उन्होंने कहा, इसका सम्मान आज या कल से शुरू नहीं हुआ. बल्कि हजारों सालों से इसका सम्मान हो रहा है.
ईश्वरप्पा ने संघ की भी तारीफ की. उन्होंने कहा, बलिदान की भावना को लाने के लिए ही आरएसएस केसरिया झंडे के सामने प्रार्थना करता है. उन्होंने कहा, तिरंगा झंडा हमारे संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय ध्वज है. हमें इसे वह सम्मान देते हैं जिसका यह हकदार है.
Respect for saffron didn't begin y'day or today, it has been respected for thousands of yrs. Saffron flag is a sign of sacrifice... RSS flag will become a national flag some day, there is no doubt: Former Karnataka Minister KS Eshwarappa (29.05) (1/2) pic.twitter.com/THCOOWpf95
— ANI (@ANI) May 30, 2022
'एंटी नेशनल राष्ट्रगान गाते नजर आएंगे'
यह पहला मौका नहीं है, जब ईश्वरप्पा ने इस तरह का बयान दिया हो. इससे पहले उन्होंने यूपी सरकार के मदरसे में राष्ट्रगान अनिवार्य करने के मुद्दे पर कहा था कि अब जल्द ही एंटी नेशनल हमें राष्ट्रगान गाते नजर आएंगे. उन्होंने कहा था कि आतंकी बनाने वाले समुदाय को भी जल्द राष्ट्रगान गाते हुए देखा जाएगा.
'36000 मंदिरों को तोड़कर उन पर मस्जिद बनाई गई'
इससे पहले ईश्वरप्पा ने दावा किया था कि देश में 36000 मंदिरों को तोड़कर उन पर मस्जिदें बनाई गईं. इतना ही नहीं उन्होंने दावा किया है कि हिंदू लीगल तरीके से सभी 36000 मंदिरों को वापस लेंगे.
ठेकेदार की मौत के बाद ईश्वरप्पा को गंवाना पड़ा था मंत्रीपद
केएस ईश्वरप्पा की गिनती कर्नाटक में बीजेपी से बड़े नेताओं में होती है. ईश्वरप्पा कर्नाटक सरकार में ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री थे. ईश्वरप्पा पर ठेकेदार संतोष पाटिल को सुसाइड के लिए उकसाने का आरोप लगा था. आरोप था कि ईश्वरप्पा ने ठेकेदार से कमीशन की मांग की थी. इसकी शिकायत ठेकेदार ने सीएम से लेकर पीएम तक की थी. बाद में परेशान होकर उसने आत्महत्या कर ली. इस मामले में ईश्वरप्पा के खिलाफ FIR भी दर्ज की गई. इसके चलते ईश्वरप्पा को मंत्रीपद से इस्तीफा देना पड़ा था.
ईश्वरप्पा ने येदियुरप्पा पर लगाए थे आरोप
हालांकि, ईश्वरप्पा ने पिछले साल कर्नाटक के तब के सीएम बीएस येदियुरप्पा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. उन्होंने आलाकमान से येदियुरप्पा को हटाने की मांग भी की थी और कहा था कि अगर येदियुरप्पा मुख्यमंत्री रहे तो अगला चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा. इसके बाद ईश्वरप्पा के साथ बाकी और विधायक भी जुड़ गए और आखिरकार येदियुरप्पा को हटना पड़ा.
(Report- Karthik K)