आजतक की टीम ने दिल्ली में सरकार बदलने के बाद लगे कैंपों का रियलिटी चेक किया. सरकार ने कैंपों में सीधे पैसे ट्रांसफर करने और मुफ्त बिजली देने की बात कही हैय पहले की सरकारों में टेंट लगाने का ठेका ₹60-70 करोड़ में दिया जाता था, जिससे पैसा बर्बाद होता था.