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लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने पढ़ी कविता, देखें क्या है संदेश

लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने पढ़ी कविता, देखें क्या है संदेश

आज देश आज़ादी की 75वीं सालगिरह मना रहा है. आजादी के जश्न में आज देश का जोश हाई है. आज वो दिन है जब हमने स्वतंत्रता का वो लम्हा देखा था जिसका हमें इंतजार था. आज हम आजाद हैं लेकिन यहां तक का सफर आसान नहीं था. लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों से लेकर कोरोना, कश्मीर से लेकर बंटवारे तक के मुद्दों पर बात की. पीएम मोदी ने इस दौरान एक कविता भी पढ़ी है. पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि 21वीं सदी में भारत के सपनों और आकांक्षाओं को पूरा करने से कोई भी बाधा रोक नहीं सकती. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि वह भविष्यदृष्टा नहीं लेकिन कर्म के फल पर विश्वास रखते हैं. उन्होंने कहा कि उनका देश के युवाओं पर विश्वास है. देखिए.

Prime Minister Narendra Modi ended his speech on the country's 75th Independence Day on Sunday with a poem as he said nothing can stop India's dreams and aspirations from being fulfilled in the 21st century. PM Modi said today is the right time to start a new chapter in India's development journey by tapping into the unused potential. Watch.

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