अमेरिकी टैरिफ आज से लागू हो गए हैं. इस बीच, शीर्ष सरकारी सूत्रों के अनुसार भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ पर संवाद के रास्ते खुले हैं. दोनों पक्षों से सकारात्मक संकेत मिले हैं और इन पर आगे काम करना होगा. दोनों पक्षों की चिंताएं हैं. भारतीय निर्यात केवल अमेरिका पर निर्भर नहीं है. कुल मिलाकर कोई घबराहट या बड़े संकट के संकेत नहीं हैं. बातचीत का रास्ता दरअसल अगर बंद होता है तो उसके आगे गुंजाइशें खत्म होने लगती है.