आज की बहस में पश्चिम बंगाल और बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर प्रदीप भंडारी, स्वयं प्रकाश पुरोहित और शोएब जामई के बीच तीखी नोकझोंक हुई. तृणमूल कांग्रेस के स्वयं प्रकाश पुरोहित ने कहा, 'मरे हुए लोगों के वोट से चुनी सरकार का फैसला खुद को जिंदा साबित करने के लिए है.' बहस में एक ओर जहां विपक्ष ने SIR प्रक्रिया को असंवैधानिक और NRC का पिछला दरवाजा बताया, वहीं सत्ता पक्ष के समर्थकों ने इसे घुसपैठियों और फर्जी मतदाताओं को हटाने के लिए एक जरूरी कदम करार दिया.