भारत अंतरिक्ष की दुनिया में सबसे बड़ा इतिहास रचने वाला है. सब कुछ तय कार्यक्रम के मुताबिक हुआ तो चंद्रयान-3 का विक्रम लैंडर आज शाम यानी 23 अगस्त को 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा. लेकिन चंद्रयान-3 के लिए आखिरी 17 मिनट बेहद जरूरी है. जानें क्यों?