असम के लोकप्रिय गायक जुबीन गर्ग की रहस्यमयी मौत की जांच में सोमवार को तीन और असमिया प्रवासी गुवाहाटी पहुंचे. ये तीनों प्रवासी- जियोलांगसत नारजरी, परीक्षित शर्मा और सिद्धार्थ बोरा सिंगापुर में मौजूद थे और उन्होंने जुबीन गर्ग के आखिरी पलों को देखा था. ये सभी CID मुख्यालय पहुंचे और पूछताछ में शामिल हुए. एक अन्य प्रवासी, भास्कर ज्योति दत्ता भी पहुंचने वाले हैं.
CID ने 10 लोगों को भेजे थे नोटिस
CID स्पेशल DGP मुन्ना प्रसाद गुप्ता ने बताया कि असम एसोसिएशन सिंगापुर से जुड़े 10 लोगों को नोटिस भेजा गया था. इनमें से केवल एक व्यक्ति, रूपकमल कलिता, पहले पेश हुआ था. उसे 24 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ के बाद छोड़ा गया था. अब बाकी लोगों को दोबारा नोटिस जारी किया गया है और आने वाले 48 घंटों में कुछ और लोगों के बयान दर्ज होने की उम्मीद है.
सिंगापुर जाने की तैयारी में जांच एजेंसी
गुप्ता ने कहा कि पुलिस सिंगापुर जाकर वहां की घटनास्थल पर जांच करना चाहती है. इसके लिए अनुमति का अनुरोध 30 सितंबर को भेजा गया था और अब भारतीय एजेंसियां सिंगापुर सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही हैं. उन्होंने कहा कि असम पुलिस और सिंगापुर पुलिस, दोनों समानांतर जांच कर रही हैं और जरूरी जानकारी का आदान-प्रदान भारतीय उच्चायोग के माध्यम से किया जा रहा है.
अब तक सात लोग गिरफ्तार
इस मामले में अब तक सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंता, गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, बैंड के दो सदस्य शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंता, जुबीन के चचेरे भाई व DSP संदीपन गर्ग, तथा उनके दो PSO नंदेश्वर बोरा और प्रभीन बैश्य शामिल हैं. पुलिस ने PSOs के खातों से 1.1 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का खुलासा किया है.
विसरा रिपोर्ट से मिली अहम जानकारी
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि जांच में "एक ठोस एंगल" मिला है, जो दिल्ली की सेंट्रल फॉरेंसिक लैब से आई विसरा रिपोर्ट के बाद सामने आया. जुबीन का पहला पोस्टमार्टम सिंगापुर में हुआ था, जबकि दूसरा गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में 23 सितंबर को किया गया. रिपोर्ट के आधार पर CID की विशेष जांच टीम (SIT) अब केस को तर्कसंगत निष्कर्ष तक पहुंचाने में जुटी है.