त्रिपुरा में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बार फिर अवैध घुसपैठ का मामला सामने आया है. शुक्रवार शाम बीएसएफ ने उत्तर त्रिपुरा के धर्मनगर स्थित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर जांच के दौरान 6 संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों और उनके दो भारतीय मददगारों को पकड़ा.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सभी संदिग्धों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया. धर्मनगर थाने के प्रभारी श्रीकांत बर्धन ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि छह में से चार व्यक्ति बांग्लादेश के नागरिक हैं और उनके पास भारत में प्रवेश के लिए कोई वैध दस्तावेज नहीं थे. वहीं बाकी दो भारतीय नागरिकों ने इन घुसपैठियों को भारत में दाखिल कराने और धर्मनगर तक पहुंचाने में मदद की थी.
पुलिस ने सभी आठ आरोपियों को स्थानीय अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है कि ये घुसपैठिए भारत में किस मकसद से आए थे और इनके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क तो सक्रिय नहीं है.
इसी दिन की एक दूसरी घटना में, पश्चिम त्रिपुरा के सिधाई थाना क्षेत्र के बेलफुंग इलाके से दो और बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. वो एक वाहन में सवार होकर सिधाई से खोवाई जा रहे थे. पुलिस ने इन्हें भी कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और जांच जारी है.
इन घटनाओं ने राज्य की सीमाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लगातार हो रही घुसपैठों को लेकर बीएसएफ ने निगरानी और सख्ती बढ़ाने की बात कही है. स्थानीय लोग भी इन घटनाओं से चिंतित हैं और प्रशासन से सीमा सुरक्षा को मजबूत करने की मांग कर रहे हैं.