सिक्किम ने शुक्रवार को अपना 50वां राज्य दिवस मनाया और इस अवसर पर राज्यपाल ओम प्रकाश माथुर और मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने राज्य के लोगों को बधाई दी. दिन की शुरुआत तमांग के नेतृत्व में एमजी मार्ग से पलजोर स्टेडियम तक तिरंगा रैली के साथ हुई. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिक्किम के लोगों को उसके राज्य दिवस पर बधाई दी तथा विभिन्न क्षेत्रों में की गई प्रगति की सराहना की. एक्स पर एक पोस्ट में प्रधानमंत्री ने कहा, 'सिक्किम के लोगों को उनके राज्य दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं! इस वर्ष यह अवसर और भी विशेष है, क्योंकि हम सिक्किम के राज्य बनने की 50वीं वर्षगांठ मना रहे हैं!'

उन्होंने कहा, 'सिक्किम शांत सौंदर्य, समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और मेहनती लोगों से जुड़ा हुआ है. इसने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की है. इस खूबसूरत राज्य के लोग समृद्ध होते रहें.' 1947 में देश की स्वतंत्रता के बाद भारतीय संघ के अधीन संरक्षित राज्य का दर्जा प्राप्त सिक्किम, जनमत संग्रह के बाद 16 मई के दिन 1975 में भारत में शामिल हुआ था, और तब से इस पूर्वोत्तर राज्य ने विभिन्न सामाजिक-आर्थिक विकास मापदंडों पर तेजी से प्रगति की है. इस अवसर पर बोलते हुए तमांग ने राज्य की पांच दशक की यात्रा को समावेशी विकास और सांस्कृतिक संरक्षण की यात्रा बताया.
As we proudly mark 50 Glorious Years of Sikkim’s Statehood, I extend my heartiest gratitude to each and everyone who participated in the Tiranga Yatra, this morning, a powerful tribute to our shared spirit of unity, patriotism, and the unmatched bravery of our armed forces.… pic.twitter.com/6TtfLAvPb7
— Prem Singh Tamang (Golay) (@PSTamangGolay) May 16, 2025
उन्होंने कहा, "स्वर्ण जयंती मनाते हुए, हम पिछले पांच दशकों की यात्रा पर श्रद्धापूर्वक विचार करते हैं, जो समावेशी विकास, सांस्कृतिक संरक्षण और हमारे लोगों की सामूहिक भावना से चिह्नित यात्रा है.' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप सुनाउलो सिक्किम, समृद्ध सिक्किम, आणि समर्थ सिक्किम (एक स्वर्णिम, समृद्ध और सक्षम सिक्किम) के निर्माण के लिए राज्य की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. अपने भाषण में राज्यपाल ओपी माथुर ने कहा, 'यह स्वर्ण जयंती हमारे लोगों के साहस, हमारे नेताओं की बुद्धिमत्ता तथा सिक्किम और महान भारतीय राष्ट्र के बीच स्थायी साझेदारी के प्रति श्रद्धांजलि है.'
उन्होंने कहा कि 16 मई, 1975 का दिन राज्य की सामूहिक स्मृति में एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में अंकित है, जब सिक्किम के लोगों ने लोकतांत्रिक इच्छा और दूरदर्शिता के माध्यम से 22वें राज्य के रूप में भारतीय संघ का हिस्सा बनने का निर्णय लिया. इस अवसर पर सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने ‘सिक्किम टुडे-सिक्किम के त्यौहार’ शीर्षक से एक पत्रिका जारी की. कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण पर्यटन विभाग द्वारा विजिट सिक्किम मोबाइल ऐप का शुभारंभ था.