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शिवाजी नगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने पर हंगामा, BJP ने कहा- तुष्टीकरण करना कांग्रेस की पुरानी नीति

कर्नाटक में शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलने के प्रस्ताव पर एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की इस घोषणा के बाद कि इसका नाम सेंट मैरी के नाम पर रखा जाएगा, भाजपा और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसका कड़ा विरोध किया है.

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मुख्यमंत्री सिद्धारमैया. (photo: ITG)
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया. (photo: ITG)

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के उस ऐलान ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिवाजी नगर में निर्माणाधीन मेट्रो स्टेशन का नाम संत मैरी के नाम पर रखने की सिफारिश करेगी. इस प्रस्ताव का विपक्षी दल BJP और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ा विरोध किया है. ये प्रस्ताव बेंगलुरु मेट्रो की निर्माणाधीन पिंक लाइन का हिस्सा है.

सिद्धारमैया ने 8 सितंबर को संत मैरी के बेसिलिका के वार्षिक उत्सव के दौरान कहा, 'संत मैरी के नाम पर मेट्रो स्टेशन का नाम रखने का प्रस्ताव है. रिजवान और मैंने इस बारे में बात की है, क्योंकि रिजवान इस क्षेत्र के विधायक हैं. मैं केंद्रीय सरकार को इसकी सिफारिश करूंगा.'

'तुष्टिकरण की राजनीति...'

समाचार एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा नेताओं ने इस सिफारिश की आलोचना की है और कांग्रेस सरकार पर 'तुष्टिकरण की राजनीति' में लिप्त होने का आरोप लगाया है.

विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी ने कहा, 'क्या वे शिवाजीनगर नाम हटाएंगे? किसी को खुश करने के लिए उन्हें अपनी सीमा पार नहीं करनी चाहिए. तुष्टिकरण कांग्रेस पार्टी की पहली पसंद बन गया है. तुष्टिकरण के कारण ही पार्टी अब बर्बाद हो गई है, फिर भी वे तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. ये नहीं चलेगा. हम इसकी इजाजत नहीं देंगे.'

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देवेंद्र फडणवीस ने की निंदा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कांग्रेस सरकार के इस कदम की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, 'मैं बेंगलुरु के शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर सेंट मैरी के नाम पर रखने के कर्नाटक सरकार के कदम की निंदा करता हूं. ये छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान है. नेहरू के कार्यकाल से कांग्रेस शिवाजी महाराज का अपमान करती आ रही है, जिन्होंने अपनी किताब 'डिस्कवरी ऑफ इंडिया' में शिवाजी महाराज के खिलाफ टिप्पणी की थी.'

फडणवीस ने आगे कहा कि उन्होंने प्रार्थना की है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री इस फैसले पर पुनर्विचार करें, क्योंकि यह निर्णय 'धर्म पर आधारित है और मराठा योद्धा राजा के खिलाफ है.'

कांग्रेस ने किया बचाव

इसी बीच कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने इस प्रस्ताव का बचाव किया और कहा, हमने इस बारे में सिर्फ चर्चा की है. संत मैरी के नाम रखने का अपील है. इस में कुछ गलत नहीं है. हम इस पर फैसला लेंगे.

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